नूपुर विवाद: यूएई, इंडोनेशिया और जॉर्डन भी विरोध में उतरे

03:24 pm Jun 10, 2022 | सत्य ब्यूरो

बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर इस्लामिक मुल्कों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। अब यूएई, जॉर्डन और इंडोनेशिया ने उनकी इस टिप्पणी का जोरदार विरोध किया है। इससे पहले कतर, सऊदी अरब, कुवैत और ईरान भी नूपुर शर्मा की टिप्पणी की कड़ी आलोचना कर चुके हैं।

यूएई के विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोध जाहिर करते हुए कहा कि धार्मिक प्रतीकों का सम्मान किया जाना चाहिए और ऐसा कुछ भी न हो जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों। 

इसी तरह जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस्लाम और अन्य धर्मों की हस्तियों के खिलाफ इस तरह के बयानों का पुरजोर विरोध किया।

इंडोनेशिया ने बयान जारी कर कहा है कि बीजेपी के दो नेताओं के द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर दिए गए बयान कतई स्वीकार्य नहीं हैं।

शरारती तत्वों के विचार 

क़तर की तरह ही क़ुवैत ने भी भारत के राजदूत को बुलाया था और कहा था कि इन बयानों के लिए भारत सरकार की ओर से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी जानी चाहिए और इनकी निंदा भी की जानी चाहिए। इसके बाद क़तर में भारत के राजदूत ने इस पर प्रतिक्रिया जारी कर कहा था कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को प्रकट नहीं करती है और ऐसे विचार शरारती तत्वों के हैं।

इन देशों के अलावा ओमान और पश्चिमी देशों ने भी बीजेपी के नेताओं के इन बयानों की आलोचना की है।

भारतीय सामानों का बहिष्कार 

उधर, कुवैत के सुपर मार्केट में भारतीय सामानों का बहिष्कार शुरू हो गया है। अल-अर्दिया को-ऑपरेटिव सोसाइटी स्टोर के कर्मचारियों ने "इस्लामोफोबिक" टिप्पणियों के विरोध में भारतीय चाय और अन्य उत्पादों को ट्रॉलियों में रखकर कूड़े में फेंक दिया।

कुवैत सिटी के ठीक बाहर सुपरमार्केट में, चावल के बोरे, मसालों और मिर्च की अलमारियों को प्लास्टिक की चादरों से ढक दिया गया है। वहां अरबी में लिखा हुआ है- हमने भारतीय उत्पादों को हटा दिया है।

हालांकि विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और नवीन जिंदल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।

पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर इस्लामिक मुल्कों के विरोध को लेकर सोशल मीडिया पर भी माहौल काफी गर्म है। नूपुर शर्मा को उनके समर्थकों का अच्छा खासा समर्थन मिल रहा है। भारत ने भी ऑर्गेनाइजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन और पाकिस्तान को इस मामले में बयान जारी कर जवाब दिया है। भारत में कई विपक्षी दल लगातार नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।