मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद अविश्वास प्रस्ताव सहित मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।
अली अजीम ने एक्स पर ट्वीट में लिखा- "हम, डेमोक्रेट, देश की विदेश नीति की स्थिरता को बनाए रखने और किसी भी पड़ोसी देश को अलग-थलग होने से रोकने के लिए समर्पित हैं। क्या आप राष्ट्रपति @MMuizzu को सत्ता से हटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं? क्या @MDPSecretariat मतदान शुरू करने के लिए तैयार है?"
अली अजीम की टिप्पणी के बाद मालदीव में हलचल तेज हो गई है। वहां के लोग मोदी पर टिप्पणी को लेकर बंट गए हैं। विपक्ष पूरी तरह भारत समर्थक दिखाई दे रहा है, जबकि सत्तारूढ़ मोइज्जू समर्थक निलंबित मंत्रियों के समर्थन में सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे हैं। अली अजीम की टिप्पणी पढ़िए-
विपक्षी नेता अली अजीम की टिप्पणी पर मालदीव के लोग जवाब दे रहे हैं। जैसे सियासत एमवी नामक यूजर की टिप्पणी देखिए। उसने कहा- जब एमडीपी ने पर्यटन का बहिष्कार करने के लिए सार्वजनिक रूप से अभियान चलाया और विदेशी सैनिकों से देश पर आक्रमण करने का अनुरोध किया तो आप कहाँ थे? यह पाखंड और विशिष्ट दोहरा मापदंड है। यह भी शर्म की बात है कि वर्तमान सरकार के मंत्री आसान सी कूटनीति को नहीं समझते हैं। उन्हें हटाया जाना चाहिए!
मालदीव के तीन मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के बाद विवाद पैदा हो गया। हालांकि मालदीव सरकार ने उन मंत्रियों की टिप्पणियों को खारिज करते हुए उन्हें उनके पदों और मंत्रालय से निलंबित कर दिया है। लेकिन भारत सरकार चाहती है कि मालदीव के राष्ट्रपति उन्हें हमेशा के लिए पद से हटा दें। सिर्फ निलंबन से काम नहीं बनने वाला है। भारत ने सोमवार को मालदीव के दूत को दिल्ली में तलब भी किया था।
मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों की भारत में आलोचना हो रही है। कई मशहूर हस्तियों ने एक्स पर लोगों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट भी किए गए जिनमें दावा किया गया कि विवाद के मद्देनजर कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे हैं। इज माय ट्रिप नामक कंपनी ने मालदीव के लिए सभी उड़ानों में अपने ग्राहकों के टिकट कैंसल करने का दावा किया। अक्षय कुमार और कंगना रणावत जैसे फिल्मी कलाकर खुलकर मालदीव के विरोध में उतरे।
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार विदेशी नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर "अपमानजनक टिप्पणियों" से अवगत है और व्यक्तिगत विचार उसकी स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।