जरूरी चीजों की जबरदस्त किल्लत और भयंकर महंगाई से परेशान श्रीलंका की अवाम का गुस्सा फूट पड़ा है। सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को मुल्क के पूर्व मंत्री और एक सांसद के घर पर हमला कर दिया और उन्हें आग के हवाले कर दिया है।
गुस्साए लोगों ने पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो के माउंट लाविनिया स्थित घर और सांसद सनत निशांत के घर को निशाना बनाया। इसका वीडियो भी वायरल हो गया है।
कर्फ्यू और आपातकाल के बीच भी हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों पर हमला किया है।
झड़प में सांसद की मौत
उधर, प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़प में सांसद अमरकीर्ति अथुकोराला की मौत हो गई है। वह सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद थे।
पुलिस ने कहा कि सांसद ने प्रदर्शनकारियों पर फायर झोंक दिए थे और इसमें दो लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने निट्टंबुवा इलाके में उनकी कार को रोकने की कोशिश की थी।
पुलिस ने कहा कि सांसद की फायरिंग में घायल एक शख्स की मौत हो गई। इसके बाद सांसद वहां से भागे और नजदीक की एक इमारत में छिपने की कोशिश की। लेकिन हजारों लोगों ने इस इमारत को घेर लिया और इसके बाद सांसद ने अपनी ही रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली।
श्रीलंका में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प जारी है लेकिन सोमवार सुबह से इसने बड़ा रूप ले लिया है। राजधानी कोलंबो में हुई हिंसा में अब तक 138 लोग घायल हो गए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अवाम के विरोध प्रदर्शनों से घबराकर प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बाद अब उनके भाई और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पर इस्तीफा देने के लिए दबाव बढ़ गया है। प्रदर्शनकारी उनके भी इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
सरकार की ओर से पुलिस से प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के लिए कहा गया है लेकिन अब पुलिस के लिए भी हालात को संभालना बेहद मुश्किल हो रहा है।
बता दें कि बीते कई महीनों से श्रीलंका के तमाम बड़े शहर अंधेरे का सामना कर रहे हैं और इसके साथ ही भोजन, तेल और दवाईयों सहित कई जरूरी चीजों की कमी भी है और यह बेतहाशा महंगी हो गई हैं।