ग़ज़ा में अस्पतालों पर हमले के लिए आलोचनाएँ झेल रहे इज़राइल ने मंगलवार को दावा किया है कि उसके पास इसके सबूत हैं कि अस्पतालों में या उसके आसपास हमास के लड़ाके छिप रहे हैं। इज़राइल के सुरक्षा बलों ने हमास द्वारा संचालित एक सुरंग को ढूंढ निकालने का दावा किया है जो ग़ज़ा में एक अस्पताल तक जाती है।
इस मामले में इज़राइली सेना के एक प्रवक्ता ने बयान जारी किया है। उसने कहा है, 'सुरंग हमास के एक सदस्य के घर के बगल में है, जो हमास के नौसैनिक अभियानों का प्रमुख है। उसने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमले का नेतृत्व किया था।' रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा कि रान्तिसी अस्पताल केवल 200 गज (183 मीटर) दूर है। इसके साथ ही उन्होंने उन आरोपों को साबित करने की कोशिश की कि हमास समूह अस्पतालों से काम कर रहा है।
ग़ज़ा में इज़राइल-हमास लड़ाई अब अस्पतालों के ईर्द-गिर्द हो रही है। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि अस्पतालों में ईंधन की कमी के कारण कम से कम छह शिशुओं और नौ मरीजों की मौत हो गई है और उत्तरी ग़ज़ा के कोई भी अस्पताल अब चालू नहीं हैं। इसमें अल-शिफ़ा अस्पताल भी शामिल है। ग़ज़ा में मानवीय स्थिति गंभीर बनी हुई है, सैकड़ों मरीज बिना बिजली और पानी के अस्पताल में फंसे हुए हैं, इसके अलावा हजारों अन्य लोगों ने उन परिसरों में शरण ली है। यहाँ तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इज़राइल से अल-शिफ़ा अस्पताल की सुरक्षा करने का आग्रह किया है।
ट्विटर पर इज़राइल की सेना आईडीएफ़ ने कहा है कि इन सुरंगों के अंदर हमास के आतंकवादी इजराइली बंधकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध छिपाए हैं। उन्होंने कहा, 'सुरंग को सौर पैनलों की मदद से विद्युतीकृत किया गया है और यह जमीन स्तर से लगभग 20 मीटर नीचे तक जाती है। सुरंग के ऊपर बुलेटप्रूफ और विस्फोटक-प्रूफ दरवाजे हैं। यह इस बात का पुख्ता और स्पष्ट सबूत लगता है कि अस्पताल जुड़ा हुआ है।'
इज़राइली बलों ने कहा कि सुरंग को ढक दिया गया है ताकि कोई इसे ढूंढ न सके और अस्पताल एक स्कूल और संयुक्त राष्ट्र की इमारत के बगल में है।
इसके बाद सैन्य प्रवक्ता अस्पताल के तहखाने में प्रवेश करता है, जहां उसे कथित तौर पर एक कमरे में हमास के "ऑपरेशनल गियर" मिलते हैं, जिसमें विस्फोटक बॉडी जैकेट, हैंड ग्रेनेड, कलाश्निकोव राइफल और रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड शामिल हैं।
उन्होंने कहा, 'हमास अस्पतालों का इस्तेमाल कर रहा है। लोग अस्पतालों से आरपीजी की शूटिंग कर रहे हैं। यह हमास है। दुनिया को समझना होगा कि इजराइल किसके खिलाफ लड़ रहा है।'
गोलियों के निशान वाली एक बाइक की ओर इशारा करते हुए उन्होंने दावा किया कि बंधकों को ग़ज़ा सीमा पार से बाइक पर लाया गया था और इस तहखाने में बंधक बनाकर रखा गया था। महिलाओं के कपड़े, कुर्सी से बंधी रस्सियाँ, डायपर और तहखाने में एक दूध पिलाने की बोतल को उस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम देखते हैं कि शौचालय, शॉवर और छोटी रसोई जैसी बुनियादी सुविधाएं आतंकवादियों को उनकी जरूरतें मुहैया कराती हैं।"
उन्होंने आगे दावा किया कि एक कमरे की दीवार पर अरबी में एक रोस्टर में 'ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड' और हमास के कार्यकर्ताओं की शिफ्ट का ज़िक्र था। फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने इस दावे का खंडन किया है और कहा है कि अरबी में लिखा पाठ कुछ और नहीं बल्कि सप्ताह के दिनों का था। इज़राइल ने यह भी दावा किया कि उसकी सेना ग़ज़ा के अस्पतालों से इनक्यूबेटरों को अल-शिफा ले जा रही थी, लेकिन बाद में सोशल मीडिया पोस्ट को हटा दिया। एक ताज़ा पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि वे इज़राइल के एक अस्पताल से ग़ज़ा में इनक्यूबेटरों के स्थानांतरण के समन्वय की प्रक्रिया में हैं।