इज़राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने क़रीब हफ़्ते भर पहले ही कहा था कि ग़ज़ा में हमास द्वारा रखे गए सैकड़ों बंधकों में से कुछ को रिहा करने के लिए एक संभावित समझौता हो सकता है। अब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल और हमास के बीच अस्थायी समझौता हुआ है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह समझौता पांच दिनों के संघर्ष विराम के बदले में ग़ज़ा में बंधक बनाए गए दर्जनों महिलाओं और बच्चों को मुक्त करने के लिए है।
रिपोर्ट में समझौते से परिचित लोगों के हवाले से यह दावा किया गया है। हालाँकि, इस समझौते की रिपोर्ट को अमेरिका और इज़राइल, दोनों ने खारिज कर दिया है।
इज़राइल और अमेरिका ने क्या प्रतिक्रिया दी है, इससे पहले यह जानें कि रिपोर्ट में कहा गया है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि 'विस्तृत, छह पेज के समझौते की शर्तों के तहत, संघर्ष के सभी पक्ष कम से कम पांच दिनों के लिए युद्ध रोक देंगे, जबकि शुरुआती 50 या अधिक बंधकों को हर 24 घंटे में छोटे बैचों में रिहा किया जाएगा।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह तुरंत साफ़ नहीं है कि ग़ज़ा में बंदी बनाए गए 239 लोगों में से कितने लोगों को समझौते के तहत रिहा किया जाएगा। इजराइली शहरों पर हमास के हमलों में 1,200 लोगों की मौत के बाद हमास ने दर्जनों महिलाओं और बच्चों सहित 239 लोगों को बंधक बना लिया था। जबकि इज़राइल ने हमलों के जवाब में ग़ज़ा पर क्रूर हमला किया है, बंधकों का भाग्य अधर में लटका हुआ है।
अमेरिकी अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़, अरब और अन्य राजनयिकों ने कहा है कि कतर की राजधानी दोहा में कई हफ्तों की बातचीत के दौरान सौदे की रूपरेखा तैयार की गई थी। कतरी मध्यस्थों द्वारा परोक्ष रूप से कराई गई वार्ता में इज़राइल, अमेरिका और हमास के प्रतिनिधि शामिल थे।
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की एक रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन पोस्ट की इस रिपोर्ट के बीच जब इज़राइली पीएम से सवाल किया गया कि क्या उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए किसी समझौते पर काम चल रहा है, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया से कहा कि कोई समझौता नहीं है। उन्होंने आगे विस्तार से बताने से इनकार करते हुए कहा, 'हम सभी बंधकों को वापस लाना चाहते हैं। हम यथासंभव सभी बंधकों को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, चाहे वे चरणों में ही क्यों न हो और हम इस पर एकजुट हैं।'
व्हाइट हाउस ने भी अभी तक किसी भी डील से इनकार किया है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के जवाब में ट्विटर पर कहा, 'हम अभी तक किसी समझौते पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम समझौते पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।'
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल किसी भी बंधक सौदे के लिए परिवारों को एक साथ रखने पर जोर दे रहा है। हमास को लड़ाई रोकने, कुछ फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और ग़ज़ा में अधिक ईंधन जाने देने की पेशकश की जा रही है।
हफ्ते भर पहले ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ग़ज़ा में हमास द्वारा रखे गए सैकड़ों बंधकों में से कुछ को रिहा करने के लिए एक संभावित समझौता हो सकता है।
उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया था कि आख़िर यह सौदा किस तरह का होगा। यानी नेतन्याहू ने यह साफ़ नहीं किया था कि हमास द्वारा बंधकों को छोड़े जाने के बदले में इज़राइल की तरफ़ से क्या पेशकेश की जाएगी? हालाँकि, पहले से कयास लगाए जा रहे हैं कि फिलिस्तीनी कैदियों के बदले ग़ज़ा में बंधकों को बदलने का प्रस्ताव रखा जा सकता है।
नेतन्याहू ने पिछले रविवार को अमेरिकी मीडिया को यह बताया था कि ग़ज़ा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों को मुक्त कराने के लिए एक समझौता किया जा सकता है। संभावित योजना के विफल होने के डर से उसके बारे में उन्होंने और जानकारी देने से इनकार कर दिया। नेतन्याहू ने एनबीसी के कार्यक्रम 'मीट द प्रेस' में कहा था, 'हमने सुना कि एक तरह का एक सौदा होने वाला था और फिर हमें पता चला कि यह सब बकवास था। लेकिन जैसे ही हमने जमीनी कार्रवाई शुरू की, सब कुछ बदलना शुरू हो गया।'
यह पूछे जाने पर कि क्या हमास द्वारा बंधक बनाए गए और बंधकों को मुक्त कराने के लिए कोई संभावित समझौता है, नेतन्याहू ने जवाब दिया था- हो सकता है।