यूक्रेन का मोनो बैंक ज़्यादा पैदल चलने वालों को अच्छी ब्याज दर देता है। आप जानना चाहते होंगे कि बैंक ऐसा करता क्यों है? दिल से संबंधित बीमारियोँ से होने वाली मौतों में यूक्रेन दूसरे नंबर पर है। यहाँ हर एक लाख में से करीब 400 लोगों की मौत दिल से संबंधित बीमारियोँ से होती है और एक सर्वे के मुताबिक 2030 तक यूक्रेन के 50 फ़ीसदी पुरूष मोटापे के शिकार होंगे। लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए मोनो बैंक ने यह अनूठी पहल की है। 2015 में शुरू हुए इस बैंक के ग्राहकों की संख्या 5 लाख से ज़्यादा हो चुकी है।
ब्याज की ज़्यादा दर हम सभी को चाहिए। इसके लिए हम लगभग सभी बैंकों में यह चेक करते हैं कि कौन सा बैंक हमें सबसे ज़्यादा ब्याज दर दे रहा है। शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि दुनिया का कोई बैंक आपके पैदल चलने के हिसाब से ब्याज दर दे रहा है।
ऐप बताता है, आप कितना चले
ज़्यादा ब्याज़ पाने के लिए ग्राहकों को स्मार्टफ़ोन में हेल्थ ऐप डाउनलोड करना पड़ता है। यह ऐप इस बात को मॉनिटर करता है कि आप दिन भर में कितने क़दम पैदल चले। ऐप का डाटा बैंक के पास रहता है और बैंक देखता है कि उसके ग्राहक कितने क़दम पैदल चलते हैं। बैंक ने ज़्यादा ब्याज वाले खाते को स्पोर्ट्स डिपॉजिट अकाउंट का नाम दिया है।
सर्दी में भी ख़ूब चल रहे लोग
बैंक के जो ग्राहक हर दिन कम से कम 10,000 क़दम चलते हैं, उन्हें सेविंग खाते पर 21% ब्याज़ मिलता है। अगर कोई लगातार तीन दिन तक 10,000 क़दम से कम चलता है तो उसे सिर्फ 11% की दर से ब्याज मिलता है। इस समय बैंक के लगभग 50 फ़ीसदी ग्राहक 21 फ़ीसदी की दर से ब्याज ले रहे हैं। ज़्यादा ब्याज दर पाने के लिए यूक्रेन में लोग कड़ाके की सर्दी होने के बावज़ूद ख़ूब पैदल चल रहे हैं।
बेईमानी करने वालों पर लिया ऐक्शन
कुछ लोगों ने ज़्यादा ब्याज दर पाने के लिए बेईमानी भी की। कुछ लोगों ने पैदल चलने के बजाए ऐप को स्टार्ट कर फ़ोन अपनी गाड़ी में रख लिया। बैंक अधिकारियों की जाँच में यह बेईमानी पकड़ में आई। ऐसे लोगों पर बैंक ने ऐक्शन लिया और उनकी ब्याज की दर कम कर दी।यूक्रेन में बैंक डिपॉज़िट पर अपेक्षाकृत अच्छा ब्याज मिलता है। वह सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दर 10 प्रतिशत के आसपास है। भारत में यह 3.5 प्रतिशत है। वैसे भारत में भी कोई बैंक लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने के लिए ज़्यादा ब्याज देने की घोषणा करे तो शायद आप भी सुबह और शाम मॉर्निंग वॉक शुरू कर दें।