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जर्मनी में क्रिसमस मार्केट अटैक क्या आतंकवाद से जुड़ी घटना है?

जर्मनी में क्रिसमस मार्केट अटैक क्या आतंकवाद से जुड़ी घटना है?

जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में एक कार घुसा कर कथित तौर पर हमला किया गया है। पुलिस ने इसे अभी आतंकवाद की घटना नहीं कहा है, लेकिन स्थानीय चैनल से इसे आतंकवादी घटना बता रहे हैं। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है और 68 लोग जख्मी हुए हैं। आरोपी सऊदी अरब को डॉक्टर बताया जा रहा है। जानिये पूरी घटनाः

जर्मनी के मैगडेबर्ग में शुक्रवार को एक क्रिसमस बाजार में भीड़ पर कार चढ़ जाने से एक बच्चे सहित कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। जर्मन पुलिस ने सऊदी अरब के 50 वर्षीय डॉक्टर तालेब को गिरफ्तार किया है, जिसके बारे में उनका कहना है कि वह कार चला रहा था। पहले की रिपोर्टों में दावा किया गया था कि हमले में 11 लोग मारे गए, लेकिन बाद में अधिकारियों ने पुष्टि की कि अब तक केवल दो मौतें हुई हैं। पुलिस ने इसे आतंकवाद की घटना अभी तक घोषित नहीं किया है। लेकिन स्थानीय मीडिया इसे आतंकी घटना बता रहा है। पुलिस का कहना है कि उसे अभी तक सबूत नहीं मिले हैं।

घटना मैगडेबर्ग के क्रिसमस मार्केट में हुई। यह शहर सैक्सोनी-एनहाल्ट राज्य में आता है। शहर प्रमुख रेनर हसेलॉफ़ को रॉयटर्स ने यह कहते हुए कोट किया कि गिरफ्तार डॉक्टर तालेब के पास जर्मनी का स्थायी निवास था और वह लगभग दो दशकों तक वहां रहे थे। उन्होंने कहा, "फिलहाल जो स्थिति है, हम एक अकेले अपराधी के बारे में बात कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि शहर के लिए अब कोई और खतरा नहीं है। क्योंकि हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है।" जर्मन मीडिया के अनुसार, माना जाता है कि उसने एक बीएमडब्ल्यू किराये पर ली थी जिसका इस्तेमाल उसने हमले में किया।

रॉयटर्स ने स्थानीय चैनल के हवाले से बताया कि जर्मन पुलिस को संदेह है कि वाहन में विस्फोटक हथियार था। हालांकि, उन्हें कार के अंदर कोई विस्फोटक नहीं मिला। घटना के फौरन बाद एमडीआर ने कहा कि कई पुलिस अधिकारी और इमरजेंसी सेवाएं मौके पर थीं और मार्केट प्रबंधक ने लोगों को सिटी सेंटर छोड़ने के लिए कहा था।

प्रत्यक्षदर्शियों ने एमडीआर चैनल को बताया कि कार सीधे टाउन हॉल की दिशा से बाजार के अंदर भीड़ में घुस गई। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने एक्स पर घटना पर चिंता जताई. "मैगडेबर्ग की रिपोर्टों से पता चलता है कि कुछ बुरा होने वाला है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम उनके पक्ष में और मैगडेबर्ग के लोगों के पक्ष में खड़े हैं। इन चिंताजनक घंटों में समर्पित बचाव कर्मियों को मेरा धन्यवाद।"

आठ साल पहले ऐसी ही घटना हुई थी। एक ट्यूनीशियाई नागरिक अनीस अमरी ने ट्रक बर्लिन के एक भीड़ भरे क्रिसमस बाजार में घुसा दिया था। जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। अनीस अमरी जर्मनी में शरण मांग रहा था लेकिन उसे मिल नहीं रही थी। इससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि इस घटना को आतंकवादी घटना माना गया था।

बहरहाल, सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की और "जर्मन लोगों और पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता" व्यक्त की। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "किंगडम हिंसा को खारिज करने में अपनी स्थिति की पुष्टि करता है, और पीड़ितों के परिवारों और जर्मनी के संघीय गणराज्य की सरकार और लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति और गंभीर संवेदना व्यक्त करता है, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।"

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