ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने आंतरिक मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया है। यह घटनाक्रम लंदन पुलिस पर फ़िलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों से निपटने के दौरान पक्षपात का आरोप लगाने के बाद आया है। सुएला ने साफ साफ कहा था कि लंदन पुलिस का रुख फिलिस्तीनियों के समर्थन में है। ब्रेवरमैन ने पिछले सप्ताह यह भी सुझाव दिया था कि सड़कों पर रहने वाले कुछ बेघर लोग उसी "जीवनशैली पसंद" करते हैं, इसलिए सड़कों पर रहते हैं। इस टिप्पणी ने यूके की इस मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को बढ़ा दिया था।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुनक ने सोमवार को कैबिनेट में फेरबदल किया। विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने बर्खास्त मंत्री सुएला ब्रेवरमैन की जगह ले ली है। सन टैब्लॉइड के राजनीतिक संपादक सहित कुछ लोगों ने क्लेवरली को यह पद दिए जाने की पुष्टि की है।
सुबह प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को 10, डाउनिंग स्ट्रीट में घूमते देखा गया। बाद में उन्हें विदेश मंत्री बनाने की घोषणा कर दी गई।
बहरहाल, ब्रेवरमैन ने पिछले हफ्ते द टाइम्स में एक लेख लिख कर सनक के नेतृत्व वाली सरकार को चुनौती दी थी, जिसमें फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों को "घृणा मार्च" कहा गया था। उन्होंने पुलिस पर 'पक्षपातपूर्ण भूमिका निभाने' और विरोध प्रदर्शनों के प्रति "दोहरे मानदंड" अपनाने का भी आरोप लगाया। इसके बाद शनिवार को हुए फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन में तनाव बढ़ गया।
ब्रेवरमैन ने 'द टाइम्स' में लिखा- “दुर्भाग्य से, ऐसी धारणा है कि जब प्रदर्शनकारियों की बात आती है तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पसंदीदा भूमिका निभाते हैं… लेकिन जब दक्षिणपंथी और राष्ट्रवादी प्रदर्शनकारी ऐसे प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें पुलिस से कड़ी प्रतिक्रिया मिलती है। लेकिन जब फिलिस्तीन समर्थक भीड़ कानून तोड़ती है तो उसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। मैंने सेवारत और पूर्व पुलिस अधिकारियों से बात की है जिन्होंने इस दोहरे मानदंड को देखा है।''
समझा जाता है कि सुनक अपने मंत्रिमंडल में और भी बदलाव करेंगे, सहयोगियों को लाएंगे और कुछ मंत्रियों को हटाएंगे। जिनके बारे में उनके डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय का कहना है कि वे मंत्री अपने विभागों में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं जितना वह चाहते थे।