अमेरिका में बर्फीले तूफान ने कहर मचा दिया है और अब तक इस तूफान की वजह से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका से आ रहे वीडियो से पता चलता है कि कई जगहों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है और इस वजह से लाखों लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। बर्फीले तूफान के कहर से पश्चिमी न्यूयॉर्क का बफ़ेलो शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
बफ़ेलो एयरपोर्ट पर 43 इंच मोटी बर्फ जम गई है। चार लोगों की मौत कोलोराडो में हुई है जबकि न्यूयॉर्क में 12 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। इसे बॉम्ब साइक्लोन का नाम दिया गया है।
फोटो क्रेडिट- @NYSThruway
इससे पहले भी अमेरिका में बर्फीले तूफान आते रहे हैं लेकिन इस बार इस तरह की तबाही का अंदाजा किसी को नहीं था। निश्चित रूप से इस बर्फीले तूफान की वजह से लोगों को जबरदस्त मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तूफान की वजह से तापमान काफी ज्यादा गिर गया है।
बफ़ेलो में घर और कारें लगभग 6 से 8 फुट तक बर्फ से ढक चुकी हैं। ओंटारियो और क्यूबेक में भी हजारों लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ा और टोरंटो और ओटावा के बीच ट्रेन यात्री सेवा को निलंबित करना पड़ा है।
कनाडा के ग्रेट लेक्स से मैक्सिको की सीमा के रियो ग्रांडे तक बर्फ की मोटी चादर दिखाई दे रही है। अमेरिका की लगभग 60 फ़ीसदी आबादी को इस बर्फीले तूफान को लेकर एडवाइजरी और चेतावनी जारी की गई है।
सैकड़ों उड़ानें रद्द
बर्फीले तूफान के कारण सैकड़ों उड़ानों को रद्द करना पड़ा है और आने वाले कुछ दिनों तक विमानों की उड़ान पर इसका असर पड़ सकता है। रविवार को 1700 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करना पड़ा। उससे पहले भी बड़ी संख्या में उड़ानों को रद्द करना पड़ा था।
बफ़ेलो में रहने वालीं और न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने कहा है कि बर्फीले तूफान की वजह से खतरनाक हालात बन गए हैं और जीवन जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि सभी लोगों से कहा गया है कि वे घर के अंदर ही रहें। कई जगहों पर क्रिसमस की सुबह लगभग 2 लाख लोग बिना बिजली के घरों में कैद रहे।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बंद
बफ़ेलो शहर में स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को मंगलवार तक के लिए बंद कर दिया गया है और सड़कों पर वाहनों के चलने पर भी रोक लगा दी गई है। अमेरिका के सभी 48 राज्यों में मौसम लगातार खराब है और लोगों की जान जाने की खबरों की वजह से देशभर के लोग चिंतित हैं।
बफ़ेलो के कुछ लोगों ने न्यूज़ एजेंसी एएफपी को बताया कि सड़कों पर चलना असंभव है और वे लोग क्रिसमस पर सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर रहने वाले अपने परिचितों से मिलने भी नहीं जा सके। बड़ी संख्या में लोग 2 दिन तक कारों में भी फंसे रहे।
अमेरिका में कुछ जगहों पर क्रिसमस से दो दिन पहले पारा -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।