ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में एक हिंदू मंदिर, BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर कथित तौर पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा हमला किया गया। ऑस्ट्रेलिया टुडे ने इस घटना की ख़बर दी है। रिपोर्ट के अनुसार मंदिर के दरवाजे और दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी आपत्तिजनक बात लिखी हुई थी। दीवारों पर एक जगह खालिस्तान समूह के एक भारतीय आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का नाम भी लिखा था।
ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार BAPS स्वामीनारायण मंदिर ने एक बयान में कहा, 'हम बर्बरता और नफरत के इन कृत्यों से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। BAPS हमेशा सभी धर्मों और लोगों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और संवाद के लिए प्रतिबद्ध रहा है। हमने अधिकारियों को अवगत करा दिया है और हम उनके साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।'
बयान के अंत में कहा गया, 'हम शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना करते हैं और आने वाले समय में एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।' रिपोर्ट में कहा गया है, 'खालिस्तान समर्थकों ने बीस हजार से अधिक हिंदुओं और सिखों को मारने के लिए ज़िम्मेदार आतंकवादी भिंडरावाला की 'शहीद' के रूप में प्रशंसा भी लिखी है।' ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान सेना ने उसे मार गिराया था।
पूरे विक्टोरिया में हिंदू समुदाय के नेता BAPS स्वामीनारायण मंदिर समुदाय के साथ खड़े हैं और मंदिर पर हमले की निंदा कर रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि उत्तरी अमेरिका में हिंदुओं के ख़िलाफ़ निशाना बनाकर हमला करने की घटना यूनाइटेड किंगडम से होते हुए ऑस्ट्रेलिया तक पहुँच गयी है।
इसने बयान में कहा है कि 11 जनवरी की शाम को खालिस्तानी आतंकवादियों ने BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की और दीवारों पर नारे लिखे। विश्व हिंदू परिषद ने इस घटना की निंदा की है।
इसने बयान में कहा है कि यह हमला बिल्कुल उसी तरह का है जैसा ये खालिस्तानी कनाडा के टोरंटो में हिंदू मंदिरों पर करते रहे हैं।
पिछले साल सितंबर में कनाडा में BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर 'कनाडाई खालिस्तानी चरमपंथियों' ने भारत विरोधी नारे लिखे थे।
ऑस्ट्रेलिया टुडे ने लिखा है कि खालिस्तान समर्थकों ने BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ करने के अपने घृणित कार्य का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था और अब वे इसे अपनी बहादुरी का काम बताकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं।
भारत में भी खालिस्तान के समर्थन में इसी तरह के भारत विरोधी नारे लिखने की घटनाएँ हाल में कई बार सामने आई हैं। पिछले साल जून में जालंधर में सुप्रसिद्ध देवी तालाब मंदिर के बाहर दीवारों पर खालिस्तान जिन्दाबाद के नारे लिखे गए थे। प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने मंदिर के पास की दीवारों पर नारे लगाने की जिम्मेदारी ली थी। एसएफजे के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस मामले में ऑडियो संदेश जारी किया था।
फरीदकोट में एक जज के घर के बाहर दीवार पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए थे। फरीदकोट की एसएसपी ने कहा था कि इस संबंध में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस यानी एसएफजे के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो भी सामने आया है।
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा भवन की दीवारों पर भी खालिस्तान लिखा गया था और खालिस्तान लिखे कुछ बैनर भी मिले थे।
पिछले साल 6 जून को स्वर्ण मंदिर में 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगे थे। नारेबाजी करने वालों ने हाथों में अलगाववादी खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लिए थे और भिंडरावाले के समर्थन में नारे भी लगाए थे। इसके बाद उन्होंने खालिस्तान के समर्थन में एक मार्च भी निकाला था।