रूस के सरकारी टीवी ने आज कहा कि यूक्रेन पर हमला अब नैटो के साथ तीसरे विश्व युद्ध में बदल गया है। हम यूक्रेन के साथ अब तीसरा विश्व युद्ध लड़ रहे हैं। यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस की नेवी का सबसे बड़ा पोत मोस्कवा डूब गया है। उससे नाराज होकर यह घोषणा की गई है। हालांकि रूस ने कहा कि उसका पोत आग लगने के बाद डूबा है। यूक्रेन ने अपनी नेप्च्यून मिसाइल के जरिए मास्को के ब्लैक सी में मौजूद बेड़े के प्रमुख पोत को नष्ट करने का श्रेय लिया है।
जहाज के डूबने के बाद क्रेमलिन नियंत्रित मीडिया पर प्रेजेंटर ओल्गा स्केबेयेवा ने यूक्रेन पर हमले को तीसरे विश्व युद्ध में बदलने की बात कही। ओल्गा राष्ट्रपति पुतिन की सबसे नजदीकी खास प्रचारक हैं। इसलिए विश्व मीडिया में इस बयान को काफी महत्व दिया जा रहा है। रूस के सरकार नियंत्रित चैनल पर ओल्गा व अन्य लोगों ने कहा कि रूस को नैटो से तो नहीं लेकिन नैटो के इन्फ्रास्ट्रक्चर से कदम कदम पर लड़ना पड़ रहा है। ओल्गा ने कहा कि कीव पर एक बम गिरा देना चाहिए।
पोत के डूबने के बाद यूक्रेनी राजधानी कीव पर रात भर रॉकेटों से हमला हुआ। यह एक साफ संकेत है कि व्लादिमीर पुतिन अपनी बेशकीमती नौसैनिक संपत्ति की बर्बादी का बदला लेना चाहते हैं। बहरहाल, कीव, खार्किव और आगे तमाम जगहों पर हमले जारी हैं।
ओल्गा ने टीवी पर कहा कि अब हम निश्चित रूप से नाटो के बुनियादी ढांचे के खिलाफ लड़ रहे हैं। नाटो को पहचानने की जरूरत है। रूस के उस टीवी शो में 'युद्ध' शब्द का भी इस्तेमाल किया गया और कहा गया कि कीव को नष्ट कर दिया जाना चाहिए। रूस पहले कह चुका है कि वह यूक्रेन को हथियार दिए जाने के सख्त खिलाफ है। रूस ने कहा कि स्वीडन और फिनलैंड अगर में नाटो में शामिल होते हैं तो उन्हें दुश्मन माना जाएगा। दोनों देश हमले के लिए भी तैयार रहें।
रूस ने कहा कि मोस्कवा पोत के बोर्ड पर सवार सभी 500 चालक दल को निकाल लिया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी युद्ध में डूबने वाला यह सबसे बड़ा पोत था।