कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के मद्देनज़र पश्चिम बंगाल ने रविवार को नये प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसने सभी स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों को बंद करने की घोषणा की है। सिनेमा हॉल, रेस्तराँ और बार 10 बजे रात तक 50 फ़ीसदी की क्षमता से चल सकते हैं। सरकारी और निजी कार्यालयों में उपस्थिति 50 प्रतिशत तक सीमित रहेगी।
पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में नये प्रतिबंधों जारी करने वाला आदेश निकाला है। इन प्रतिबंधों के अलावा रात के कर्फ्यू की भी घोषणा की गई है।
यह फ़ैसला तब लिया गया है जब राज्य में शनिवार को 4,512 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके साथ ही राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 13,300 हो गई है। यह महाराष्ट्र और केरल के बाद देश में तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 20 मामले भी दर्ज किए गए हैं।
कोरोना के बढ़ते इन ख़तरों के मद्देनज़र ही नये कदम उठाए गए हैं। राज्य में दस बजे रात से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। इस दौरान सिर्फ़ ज़रूरी सेवाओं को संचालित करने की अनुमति होगी। ऐसी घोषणा हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में पहले ही की जा चुकी है।
बंगाल में किस-किस गतिविधि पर पाबंदी?
- स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय जैसे शिक्षण संस्थान सोमवार से बंद रहेंगे।
- कार्यालयों में 50 फ़ीसदी क्षमता से काम करने की अनुमति दी गई है।
- सिनेमा हॉल, रेस्तराँ और बार 10 बजे रात तक 50 फ़ीसदी की क्षमता से चल सकते हैं।
- कार्यालयों में घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) को बढ़ावा दिया जाएगा।
- कोलकाता मेट्रो में क्षमता की 50 फ़ीसदी सीटों पर बैठने की सीमा होगी।
- इसके साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनें सामान्य रूप से संचालित होती रहेंगी।
- शॉपिंग मॉल 50 फ़ीसदी क्षमता से सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित हो सकते हैं।
- बैठकों, सभाओं जैसे आयोजनों में 200 से ज़्यादा लोगों के जुटने की अनुमति नहीं होगी।
बता दें कि देश भर में कोरोना संक्रमण के मामलों में आज 21 फ़ीसदी का उछाल आया है। स्वास्थ्य विभाग के रविवार को जारी आँकड़ों के अनुसार 24 घंटे में 27 हज़ार 553 मामले आए। इस दौरान कोरोना संक्रमित 284 लोगों की मौत हुई, हालाँकि 9249 लोग ठीक भी हुए हैं। अब देश में कोरोना सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1 लाख 22 हज़ार से ज़्यादा हो गई है। अब कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले बढ़कर 1525 हो गए हैं।
23 राज्यों में अब तक तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन के मामले आए हैं। देश में आए कुल मामलों में से 560 पूरी तरह ठीक हो गए हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 460 ओमिक्रॉन पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। इसके बाद दिल्ली में 351 नये वैरिएंट के मामले मिले हैं।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएँ नहीं। उन्होंने कहा कि घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि अधिकांश संक्रमण हल्के होते हैं। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में कोविड -19 के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है। फ़िलहाल शहर में एक्टिव केस 6360 हैं। तीन दिन पहले 2291 एक्टिव केस थे। कल तक सिर्फ़ 246 अस्पताल बेड भरे थे और सभी केस हल्के और बिना लक्षण वाले हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि आँकड़े बताते हैं कि दूसरी लहर के दौरान आए मामलों की अपेक्षा ताज़ा मामलों का असर कमतर है।
केजरीवाल ने कहा, 'कल 246 अस्पताल के बिस्तर भरे थे। अभी तक अस्पतालों में केवल 82 ऑक्सीजन बेड भरे हैं। यह आँकड़ा पिछले कई दिनों से समान है। कोई रोगी नहीं आ रहा है जिसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार 37,000 बिस्तरों के साथ तैयार है।'