बंगाल में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच चल रहे सियासी घमासान के बीच ये दोनों ही दल एक-दूसरे की शिकायत लेकर चुनाव आयोग के पास जा रहे हैं। टीएमसी ने शिकायत की थी कि कोरोना की वैक्सीन के सर्टिफ़िकेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ़ोटो होना मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश है और साथ ही यह आचार संहिता का भी उल्लंघन है।
ममता सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम इस शिकायत को लेकर बुधवार को कोलकाता में चुनाव आयोग के अफ़सरों से मिले थे। टीएमसी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से कहा है कि वैक्सीन के सर्टिफ़िकेट पर प्रधानमंत्री की तसवीर के इस्तेमाल को बंद किया जाए।
चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि आचार संहिता लागू होने के दौरान सरकारी माध्यमों के जरिये किसी पार्टी का प्रचार नहीं किया जा सकता। मंत्रालय से कहा गया है कि इस आदेश पर पांचों चुनावी राज्यों- पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में अमल किया जाए।
जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया आचार संहिता लागू होने से बहुत पहले ही शुरू हो चुकी थी। लेकिन अब आयोग के निर्देश के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय वैक्सीनेशन के सर्टिफ़िकेट से प्रधानमंत्री की फ़ोटो को हटाने का काम करेगा।
खेला होबे की शिकायत
बीजेपी ने भी गुरूवार को चुनाव आयोग में ममता बनर्जी के खेला होबे की टिप्पणी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय चुनाव आयोग के अफ़सरों से मिले थे और कहा था कि टीएमसी बूथ कैप्चपरिंग के जरिये चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। विजयवर्गीय ने कहा था कि खेला का मतलब मतलब पोलिंग बूथ पर कब्जा कराना और मतदाताओं को डराना है।
चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले टीएमसी की शिकायत मिलने के बाद सभी प्रचार माध्यमों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैक्सीन लगने वाली तसवीर हटाने को कहा था। पश्चिम बंगाल में पेट्रोल पंप समेत कई जगहों पर होर्डिंग्स लगाए गए थे, जिन पर कोरोना वैक्सीन लेते हुए मोदी की तसवीर लगाई गई थी।
याद दिला दें कि 2019 के आम चुनावों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप लगे थे। पुलवामा के शहीदों और बालाकोट हवाई हमले के नाम पर वोट देने की अपील से लेकर वोट डालने के दौरान ‘रोड शो’ करने की शिकायतें चुनाव आयोग से की गई थीं।
पांच राज्यों के चुनावी घमासान में बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच जबरदस्त टक्कर है।
8 चरणों में होंगे चुनाव
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। 294 सीटों वाले बंगाल में पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण में 30 सीटों पर 1 अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवें चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा। नतीजे 2 मई को आएंगे।