पैर हिलाता ममता का वीडियो वायरल, बीजेपी ने किया तंज

12:32 pm Apr 04, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले और उनके पैर में चोट लगने का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। एक बार फिर इस पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में ममता बनर्जी वही चोटिल पैर हिलाती हुई दिख रही हैं। बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें 'अब यह ड्रामाबाजी बंद कर देना चाहिए।' दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी ऐसा कह कर न सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि पश्चिम बंगाल के लोगों को अपमानित कर रही है। 

वायरल हुए 30 सेकंड के इस वीडियो में ममता बनर्जी एक व्हील चेयर पर बैठी हुई दिख रही हैं, वह कुछ सेकंड के लिए वह पैर हिलाती हुई भी दिख रही हैं। 

क्या है मामला?

पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रवक्ता प्रणय राय ने अपने फ़ेसबुक पेज पर वह वीडियो शेयर किया है लिखा है, "ममता बनर्जी को अब बीच चुनाव में अपने चोट को लेकर ड्रामाबाजी बंद कर देना चाहिए। "

बता दें कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी के पैर में चोट लगी, उसके तुरन्त बाद वहाँ से लगभग 125 किलोमीटर दूर राजधानी कोलकाता ले जाया गया, जहाँ उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में दाखिल कराया गया। मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया था। 

एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टरों ने पैर और गले में चोट लगने की पुष्टि की थी, पैर में मोच लगने की भी पुष्टि की थी। लेकिन ममता जल्द ही अस्पताल से निकल आईं और व्हील चेयर पर ही प्रचार करने लगीं। वह अब भी व्हील चेयर पर ही हैं, लेकिन चुनाव प्रचार कर रही हैं।

बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी ने सहानुभूति बटोरने के लिए चोट लगने का ड्रामा किया है। 

बीजेपी का तंज, हमला

पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रवक्ता प्रणय राय ने कहा, "30 सेंकड के इस वीडियो को बीजेपी के किसी आदमी ने शूट नहीं किया है। टीएमसी के ही किसी कार्यकर्ता ने इसे रिकॉर्ड किया है। हम उनके जल्द स्वस्थ होने और सामान्य जीवन में लौट आने की कामना करते हैं। पर उन्हें व्हील चेयर पर बैठने का यह ड्रामा बंद करना चाहिए।" 

उन्होंने इसके आगे कुछ तंज के साथ कहा, "यदि वह पैर हिला कर व्यायाम कर रही थीं तो मैं कहूंगा कि वे उठ कर पैरों पर चलना शुरूर कर दें। इससे उन्हें जल्द ठीक होने में मदद मिलेगी।" 

लेकिन बीजेपी के नेता राहुल सिन्हा ने ममता बनर्जी पर बहुत ही क़रारा हमला किया है। उन्होंने कहा,

जैसे जैसे उनका आत्मविश्वास घटता जा रहा है, बैंडेज का आकार बड़ा होता जा रहा है। लोग इसे स्वीकार नहीं कर सकते। वह निश्चित तौर पर भूल गई होंगी कि उनका कौन पैर चोटिल हुआ है, और ग़लत पैर हिला दिया।


राहुल सिन्हा, नेता, पश्चिम बंगाल बीजेपी

टीएमसी का पलटवार

पश्चिम बंगाल सरकार की मंत्री शशि पाँजा ने इस पर बीजेपी पर ज़ोरदार पलटवार करते हुए कहा है कि इस तरह की बातें कह कर भगवा पार्टी सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं, परे राज्य की तमाम महिलाओं का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा, बीजेपी जिस तरह हमारी प्रिय मुख्यमंत्री को अपमानित कर रही है, मैं उनका कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ। वे मुख्यमंत्री ही नहीं, राज्य की दूसरी महिलाओं का भी अपमान कर रही है। उनसे अपील करती हूँ कि वे राज्य की महिला का सम्मान करें। 

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके और कुछ दिन पहले ही तृणमूल में शामिल हुए यशवंत सिन्हा ने इस पर बीजेपी पर ज़ोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा,

क्या बीजेपी के नेता यह कहना चाहते हैं कि ममता के इलाज में लगे डॉक्टर और तमाम दूसरे लोग झूठ बोल रहे हैं। इस तरह का झूठ बीजेपी ही बोल सकती है। इस तरह के दुष्प्रचार के पीछे वे लोग ही हैं।


यशवंत सिन्हा, पूर्व बीजेपी नेता

बता दें कि चुनाव आयोग ने कहा था कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ जो हुआ था वह एक दुर्घटना थी। इसने ममता पर हमले की रिपोर्टों से इनकार किया है। इसने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों की लापरवाही भी सामने आई है। आयोग को शुक्रवार को उस घटना के संदर्भ में रिपोर्ट सौंपी गई थी।

टीएमसी का तंजलेकिन तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आक्रामक रवैया अपना लिया है। प्रवक्ता कुणाल घोष ने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा, "हम इस तरह की राजनीति की निंदा करते हैं जिसमें व्हील चेयर पर बैठी एक महिला पर इस तरह का हमला किया जा रहा है।" घोष ने इसके आगे बीजेपी पर क़रारा तंज किया है। उन्होंने कहा, 

यदि बीजेपी के लोग ममता दीदी के पैर पर इतना ही ध्यान दे रहे हैं, तो वे उनके पैरों पर गिर पड़ें।


कुणाल घोष, प्रवक्ता, तृणमूल कांग्रेस

बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के दो चरणों का मतदान हो चुका है। पर अभी छह चरण बाकी हैं। अगला मतदान 6 अप्रैल को होगा। 

इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप और घात-प्रतिघात का राजनीतिक परिणाम क्या होगा, देखें, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का क्या मानना है।