अब जबकि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के कुछ ही महीने बचे हैं, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने 300 यूनिट बिजली मुफ़्त देने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने रविवार को कहा कि यदि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो हर परिवार को 300 यूनिट तक की बिजली मुफ़्त दी जाएगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने देहरादून में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "किसानों को मुफ़्त बिजली दी जाएगी और पुराने बिल माफ़ किये जायेंगे। नए सिरे से शुरुआत होगी। राज्य में कोई पावर कट नहीं लगेगा, जैसा दिल्ली में किया गया है।"
अरविंद केजरीवाल का यह एलान अहम इसलिए है कि उन्होंने कुछ दिन पहले पंजाब के बारे में भी यही एलान किया था। पंजाब में भी अगले साल विधानसभा चुनाव हैं।
बिजली राजनीति!
याद दिला दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले आम आदमी पार्टी ने हर परिवार को 200 यूनिट बिजली मुफ़्त देने का एलान किया था, चुनाव नतीजों पर इसका असर पड़ा और पार्टी ने बड़े बहुमत से चुनाव जीत लिया।
इससे उत्साहित होकर अरविंद केजरीवाल यही आश्वासन अब पंजाब और उत्तराखंड के लोगों को दे रहे हैं।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में बिजली का मुद्दा उठाने को लेकर आम आदमी पार्टी कितनी गंभीर है, इसे देहरादून में केजरीवाल के बयान से साफ है।
टेहरी बाँध, उत्तराखंड
केजरीवाल के सवाल
उन्होंने बिजली का मुद्दा उठाते हुए पूछा कि उत्तराखंड बिजली खुद बनाता है और दूसरे राज्यों को बिजली बेचता है तो फिर उत्तराखंड वासियों को बिजली इतनी महंगी क्यों मिलती है?
उन्होंने इसे राज्य की पनबिजली परियोजनाओं से जोड़ते हुए सवाल किया,
“
जब टिहरी बाँध बनाया गया था तो जिन लोगों की ज़मीन ली गई उनको वादा किया गया था कि आपको बिजली मुफ्त मिलेगी? लेकिन उन्हें क्यों नहीं दी?
अरविंद केजरीवाल, नेता, आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी के इस नेता ने कहा, "4-5 दिन पहले मैंने टीवी पर देखा कि उत्तराखंड के बिजली मंत्री ने ऐलान किया कि हम 100 यूनिट बिजली मुफ़्त देंगे और 100 से 200 यूनिट तक बिजली आधे दाम पर देंगे, लेकिन वे चुनाव से 6 महीने पहले यह वादा कर रहे हैं। वे अपने वादे पर टिकेंगे या नहीं?"
सवाल उत्तराखंड का!
उन्होंने कहा, "उत्तराखंड की जनता के विकास के बारे में कौन सोचेगा? क्या इन दोनों पार्टियों में से किसी को उत्तराखंड की जनता, उत्तराखंड के विकास, उत्तराखंड के लोगों के बारे में चिंता है?"
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य का रिश्ता राजधानी से जोड़ते हुए कहा कि हर परिवार का दिल्ली से कोई न कोई रिश्ता ज़रूर है।
उन्होंने कहा, "दिल्ली में उत्तराखंड के बहुत से लोग रहते हैं। मुझे तो लगता है कि उत्तराखंड के हर एक परिवार से दिल्ली का कुछ ना कुछ रिश्ता ज़रूर है। जो काम 70 साल में मिलकर सारी पार्टियाँ देश के किसी कोने में कोई नहीं कर पाई, वह काम आम आदमी पार्टी दिल्ली में कर रही है।"