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उत्तराखंडः अंकिता भंडारी मामले को उठाने वाला पत्रकार गिरफ्तार, लोग सड़कों पर

उत्तराखंडः अंकिता भंडारी मामले को उठाने वाला पत्रकार गिरफ्तार, लोग सड़कों पर

उत्तराखंड में 24 सितंबर को 19 साल की अंकिता भंडारी का शव मिला था। इस मामले में भाजपा नेताओं के नाम सामने आए थे। अंकिता के मामले को सबसे पहले वहां के पत्रकार आशुतोष नेगी ने उठाया। अंकिता के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर जब फिर से धरना शुरू किया तो मंगलवार देर रात पुलिस ने पत्रकार नेगी को गिरफ्तार कर लिया। उत्तराखंड में इस मामले पर आक्रोश बढ़ रहा है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।

उत्तराखंड में 18 सितंबर 2023 से लापता हुई अंकिता भंडारी का शव 24 सितंबर की सुबह ऋषिकेश की चीला नहर से मिला था। वो ऋषिकेश के वनंतरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। पुलिस ने उस बताया था कि रिसॉर्ट का मालिक, मैनेजर अंकिता पर आने वाले कुछ मेहमानों के लिए स्पेशल सर्विस देने का दबाव बना रहे थे। जब उसने विरोध किया तो उन्होंने उसकी हत्या कर दी। इस मामले में भाजपा नेताओं के नाम आने के बाद पुलिस ने काफी दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की तो लोग भड़क उठे। इसी दौरान उस रिसॉर्ट को बुलडोजर से गिराकर सबूत मिटा दिए गए। उसी समय से अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं। पुलिस अब अंकिता के लिए इंसाफ मांग रहे लोगों पर भी कार्रवाई कर रही है। 

स्थानीय पत्रकार आशुतोष नेगी ने सबसे पहले इस मामले को उठाया। उन्होंने अपने पोर्टल पर इसकी कवरेज की। यहां के लोगों ने युवा न्याय संघर्ष समिति बनाकर पौड़ी में आंदोलन छेड़ा। अंकिता के पिता सीबीआई जांच की मांग लगातार कर रहे हैं। नवंबर में इसे लेकर धरना प्रदर्शन हुआ। इधर तीन-चार दिनों से अंकिता के मुद्दे पर उनके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी, उनकी मां और स्थानीय लोग पौड़ी में धरने पर बैठे। जहां सरकार के खिलाफ नारे और भाषण भी हो रहे थे। आशुतोष नेगी इसकी कवरेज के अलावा आंदोलन का संचालन भी कर रहे थे। बताया जाता है कि सरकार के निर्देश पर उन्हें मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उनके गिरफ्तार होते ही लोग सड़कों पर आ गए और उन्होंने प्रदर्शन किया।

पत्रकार आशुतोष नेगी को अपने सूत्रों से पहले ही पता चल गया था कि उनकी गिरफ्तारी होने वाली है। 5 मार्च को गिरफ्तारी से पहले 4 मार्च को उनका ट्वीट देखा जा सकता है। नेगी ने लिखा है- पुख़्ता सूत्रों के हवाले से ख़बर,डीजीपी अभिनव कुमार के एसएसपी पौड़ी श्वेता चौबे को निर्देश किसी भी तरह आशुतोष नेगी को नई धाराएं जोड़ जेल में धरो,मेरे जेल में जाने के बाद भी अंकिता को न्याय दिलाने के लिये लड़ाई जारी रहे... जय पहाड़-जय पहाड़ी पहाड़वाद ज़िंदाबाद।

पत्रकार आशुतोष नेगी ने 4 मार्च को एक और ट्वीट किया। जिसमें वो लिखते हैं-  एक 18 साल की बेटी पहाड़ की नारी की अस्मिता बचाने को अपना बलिदान देकर सम्पूर्ण पहाड़ी समाज को जगाकर चली गयी,ये पहाड़ी समाज पर उस स्वाभिमानी बेटी का कर्ज़ है,अब आपको सोचना है कि ये कर्ज़ कैसे अदा करना है...।

उत्तराखंड के डीजी का कहना है कि आशुतोष नेगी को समाज में अव्यवस्था फैलाने के लिए गिरफ्तार किया गया है। डीजी का कहना है कि वो लोगों को उकसा रहे थे। हालांकि पौड़ी में बड़ी संख्या में लोगों ने जुलूस निकालकर पुलिस की बातों को झुठला दिया है। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस अंकिता के पिता को गिरफ्तार नहीं कर सकती तो उसने आशुतोष नेगी को गिरफ्तार कर लिया। नेगी पर इससे पहले एससी/एसटी धारा में भी पुलिस ने केस दर्ज किया था।

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