उन्नाव: दोनों लड़कियों की मौत की वजह ज़हर- पोस्टमार्टम रिपोर्ट

04:30 pm Feb 18, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में खेत में मिली दो नाबालिग लड़कियों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक़, उनकी मौत ज़हर की वजह से हुई है। अभी यह पता नहीं चला है कि उनकी मौत किस तरह के ज़हर से हुई है। ज़हर के सैंपल्स को जांच के लिए भेजा गया है। दोनों लड़कियों में से एक की उम्र 13 और दूसरी की उम्र 16 साल है। 

तीसरी लड़की बेहोश स्थिति में मिली थी और उसकी हालत गंभीर है। यह घटना बुधवार शाम की है। परिवार के लोगों को कहना है कि तीनों घास लेने गई थीं। 

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि जिला अस्पताल की सिफ़ारिश पर तीसरी लड़की को इलाज के लिए कानपुर भेजा गया है और वरिष्ठ अफ़सरों ने इस मामले का संज्ञान लिया है। एडीजी ने कहा कि पीड़ित परिवार की ओर से मिली सूचना और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

पीड़ित परिवार की महिलाओं का कहना है कि उनके पति और ससुर को पुलिस ले गई है और  पुलिस कह रही है कि पोस्टमार्टम के बाद जब शव लाएंगे तो वे उन्हीं के साथ आएंगे। उन्होंने इस पर एतराज जताया है। 

पुलिस ने भी कहा था कि ऐसा लगता है कि दोनों लड़कियों की मौत ज़हर खाने से हुई है और मौक़े से जूझने या संघर्ष करने जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। 

लड़कियों के भाई ने कहा है कि उनके हाथ और पांव बधे हुए थे। भाई ने कहा कि ये तीनों खेत में घास लेने गई थीं लेकिन बुधवार को उन्हें लौटने में देर हो गयी थी। इस पर हम उन्हें खोजने के लिए निकले तो देखा कि वे चुन्नी से बंधी हुई थीं। हालांकि लड़कियों की मां ने कहा है कि उनके हाथ-पैर नहीं बंधे थे। पुलिस ने मामले में चार युवकों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। 

यह घटना थाना असोहा क्षेत्रांतर्गत ग्राम बबुरहा में हुई है। उन्नाव के एसपी ने कहा है कि घटनास्थल पर झाग मिला है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच की जा रही है। लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा है कि हालांकि लड़कियों के भाई ने कहा है कि वे बंधी हुई थीं लेकिन इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि पुलिस के पहुंचने से पहले वहां से लड़कियों को हटाया जा चुका था। 

दोनों लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि उनकी मौत कैसे हुई है। 

हमलावर हुआ विपक्ष 

उन्नाव की इस घटना पर विपक्ष एक बार फिर योगी सरकार पर हमलावर हो गया है। आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, “कब तक चुप रहोगे? आज उन्नाव है, कल तुम्हारा जिला होगा, आज उनका गाँव है, कल तुम्हारा होगा, आज दलित बेटियाँ पेड़ों से बंधी मिल रही हैं कल तुम बंधे मिलोगे।” उन्होंने सरकार को चेतावनी दी और कहा कि डराओ, धमकाओ और मुक़दमे करो लेकिन वह इन बेटियों के साथ हैं। 

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने ट्वीट कर कहा, “उन्नाव मामले की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है। बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से दिल्ली के एम्स अस्पताल लाया जाए।” 

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि उन्नाव में तीन बेटियों साथ हुई बर्बरता ने देश को हिलाकर रख दिया है। उन्नाव में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति योगी सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण है।

कुलदीप सेंगर का मामला

उन्नाव बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा दुष्कर्म मामले में दोषी ठहराये जाने के कारण चर्चा में आया था। पीड़िता ने सेंगर पर आरोप लगाया था कि जून, 2017 में जब वह नौकरी माँगने विधायक के आवास पर गई थी तो सेंगर ने उसके साथ बलात्कार किया था। विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व उसके साथियों ने पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की थी और पुलिस हिरासत में पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। पीड़िता के पिता की मौत के मामले में भी कुलदीप सिंह सेंगर को दस साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।