लखीमपुर में किसानों से मिलने जाते वक़्त हिरासत में ली गईं प्रियंका गांधी ने बीजेपी के राष्ट्रवादी होने के दावों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को तबाह करने वाली बीजेपी किस तरह की राष्ट्रवादी पार्टी है। कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचलकर मारे गए 4 किसानों के परिवारों से मिलने प्रियंका गांधी लखीमपुर जा रही थीं तब पुलिस ने उन्हें हरगांव थाना क्षेत्र में हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें सीतापुर के सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उन्हें सुबह करीब चार बजे रोका गया, जब वह लखनऊ से करीब 130 किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी के बाहरी इलाके में थीं।
हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका ने एनडीटीवी को इंटरव्यू दिया। प्रियंका और कांग्रेस पर हिंसा पर राजनीति करने के बीजेपी के आरोपों पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'हर बार जब हम कुछ कहते हैं, तो हम पर राजनीति करने का आरोप लगाया जाता है। जब बीजेपी ऐसा करती है तो वे राष्ट्रवादी बुलाए जाते हैं। किस तरह के राष्ट्रवादी हैं ये? कि वे ऐसा क़ानून बनाते हैं जो किसानों को पूरी तरह से तबाह कर देते हैं? कौन राष्ट्रवादी किसानों के साथ ऐसा करता है?'
प्रियंका शुरू से कहती आ रही हैं कि पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया है। उन्होंने कहा कि 'मुझे कहा गया कि धारा 151 के तहत इस आधार पर गिरफ्तार किया गया कि मैं भविष्य में अपराध करने जा रही हूँ।'
प्रियंका ने कहा, 'उन्होंने मुझे कोई कागजात नहीं दिखाया। अगर वे मुझे कोई कागजात नहीं देते हैं, तो मैं इसे अपहरण कह सकती हूँ... अगर वे धारा 151 के तहत 24 घंटे में आरोप नहीं लगाते हैं तो मैं आज़ाद हो सकती हूँ। मेरी वकीलों तक पहुंच नहीं है, हालांकि मुझे बताया गया है कि मेरे पास इसका अधिकार है।'
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि पुलिस ने पहले उन्हें बताया कि वे धारा 144 (बड़ी संख्या में लोगों का इकट्ठा होने) का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रियंका ने कहा, 'जब हमने उन्हें बताया कि हम चार लोग भी नहीं हैं तो फिर उन्होंने धारा 151 बताया। पुलिसकर्मियों और महिलाओं ने मुझे धक्का दिया। मेरे साथ मारपीट की गई। मैं इस तरह से दंगा कैसे करने जा रही हूँ?'
उन्होंने कहा कि एक आरोपी मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन वे नेताओं को रोक रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 'मंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया है, उनके बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया है... मैं बस किसी के घर जा रही थी!'
इससे पहले आज सुबह यूपी कांग्रेस ने कई ऐसे वीडियो ट्विटर पर साझा किए हैं जिसमें पुलिस प्रियंका गांधी को रोकती हुई नज़र आ रही है। तब कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि प्रियंका गांधी से बदतमीजी की गई।
कांग्रेस ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें दिखता है कि पुलिस वालों पर प्रियंका नाराज़ हो रही हैं। वह पुलिसकर्मी से कहती हैं, 'वारंट निकालो, ऑर्डर निकालो। नहीं तो मैं यहां से नहीं हिल रही हूं। और अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं अपहरण का आरोप लगाऊंगी। और आरोप पुलिस पर नहीं बल्कि आप पर होगा।'
उनके बगल में खड़े कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने पुलिसकर्मी से सवाल किया कि वह प्रियंका गांधी वाड्रा के ख़िलाफ़ हाथ कैसे उठा सकते हैं। हुड्डा कहते हैं, 'मैं गवाही देने जा रहा हूँ। मैंने इसे देखा है।'
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा है, 'श्रीमती प्रियंका गांधी जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे...।'