बिना सबूत मोदी ने कहा: कांग्रेस-सपा वाले राम मंदिर बुलडोजर से गिरा देंगे

08:28 am May 18, 2024 | सत्य ब्यूरो

पीएम मोदी की शुक्रवार को यूपी के बाराबंकी और हमीरपुर में दो रैलियां हुईं। जिसमें उन्होंने मतदाताओं को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से डराने के लिए पूरा जोर लगा दिया। बाराबंकी में मोदी ने कहा-

सपा और कांग्रेस वाले अगर सत्ता में आएंगे तो राम लला को फिर से टेंट में भेजेंगे और मंदिर पर बुलडोजर चलवा देंगे। क्या योगी जी से यही सीखना है? अरे जरा योगी जी से ट्यूशन लो बुलडोजर कहां चलाना है कहां नहीं चलाना ?


-नरेंद्र मोदी, पीएम, 17 मई 2024, बाराबंकी में सोर्सः इंडियन एक्सप्रेस

भाजपा औऱ आरएसएस के कई नेता आरक्षण खत्म करने की बात कहते रहे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का तो संगठन के प्रमुख अखबार पॉन्चजन्य में इस बारे में 2015 में इंटरव्यू तक छपा था। बाद में इसका खंडन खुद मोहन भागवत और अन्य नेताओं ने किया और कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था। लेकिन हमीरपुर की रैली में मोदी ने बिना सबूत कांग्रेस और सपा पर आरक्षण खत्म करने का आरोप लगा दिया। मोदी के शब्द थे- 

अगर कांग्रेस और सपा सत्ता में आए तो वे एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीन लेंगे और अपने वोट बैंक में बांट देंगे। ये लोग वोट जिहाद करेंगे।


-नरेंद्र मोदी, पीएम, 17 मई 2024, हमीरपुर में सोर्सः इंडियन एक्सप्रेस

मोदी के इन भाषणों को कांग्रेस और सपा ने साम्प्रदायिक भाषण कहा है। तमाम शिकायतों के बावजूद चुनाव आयोग ने अभी तक मोदी के किसी भी साम्प्रदायिक भाषण पर कार्रवाई नहीं की है। 2014 और 2019 के आम चुनाव में मोदी के भाषण इतने तीखे नहीं थे। 

कोई नही ंजानता कि मोदी अयोध्या में राम मंदिर को बुलडोजर से गिरवाने का आरोप कांग्रेस औऱ सपा पर किस आधार पर लगा रहे हैं। उन्होंने अपनी किसी केंद्रीय एजेंसी की किसी रिपोर्ट का भी इस संबंध में कोई जिक्र नहीं किया है। सिर्फ कल्पना पर आधारित इस बयान में मोदी ने आगे फरमाया-   “कांग्रेस राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने की तैयारी कर रही है। कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है? भ्रम में मत रहो। देश जब आजादी का आंदोलन कर रहा था और देश के टुकड़े करने की बात आती थी, तो देश का हर व्यक्ति कहता था नहीं यार देश के टुकड़े थोड़े ही होते हैं। हो गए कि नहीं हो गए? इन्होने कर दिया की नहीं कर दिया? ये किसी भी हद तक जा सकते हैं जी। इनका ट्रैक रिकॉर्ड ही ऐसा है. इनके लिए देश वेश कुछ नहीं है भाई।”

पीएम मोदी ने कहा, ''इन लोगों ने अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए सबसे पहले रामलला को टेंट में रखा। इन लोगों ने कहा कि वहां मंदिर की बजाय धर्मशाला, स्कूल या अस्पताल बनवाओ। जब मंदिर बन गया तो उनके पेट में ऐसा जहर भर गया - मुझे नहीं पता कि राम लला से उनकी क्या दुश्मनी है - उन्होंने अभिषेक के निमंत्रण को ठुकरा दिया। सपा के एक बड़े नेता रामनवमी पर कहते हैं कि राम मंदिर बेकार है। मैं आप लोगों से कहता हूं कि उन्हें वोट देना तो दूर, आपको उन्हें ऐसी सजा देनी चाहिए कि उनकी जमानत जब्त हो जाए।''

बाराबंकी रैली में मोदी ने आरजेडी संस्थापक और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव का अप्रत्यक्ष जिक्र करते हुए कहा- “वो तो यहां तक ​​कह रहे हैं कि पूरे का पूरा आरक्षण अब मुसलमान को मिलना चाहिए। अब मुझे बताओ इसका मतलब दलित, आदिवासी, पिछड़े, ओबीसी - इनके पास कुछ बचेगा ही नहीं भाई। इसीलिए मैं आपके अधिकारों की रक्षा करने के लिए 400 पार मांगता हूं आपसे।" मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा- कांग्रेस के शहजादे ने लोगों की संपत्ति का 'एक्स-रे' करने का वादा किया है, यानी लोगों के लॉकर में क्या है, जमीन, सोना, चांदी, मंगलसूत्र आदि का पता लगाना चाहते हैं। वो कहते हैं कि आपके पास जो है आपसे लेकर जिसके पास नहीं है उसको दे दिया जाएगा। मतलब जो वोट जिहाद करेगा उनको दिया जाएगा।

मोदी के इन भाषणों में कहीं भी रोटी-रोजगार या पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरक्की का कोई रोडमैप नहीं दिखाई देता है। उनके पास ऐसा कुछ भी बताने के लिए नहीं था कि बाराबंकी या हमीरपुर में अगले पांच वर्ष में वो और उनकी सरकार क्या करेगी या पिछले पांच वर्षों में उन्होंने इन दोनों क्षेत्रों के लिए क्या किया है। मोदी के साम्प्रदायिक भाषणों का सिलसिला काफी समय से चल रहा है। 5 अप्रैल को कांग्रेस का घोषणापत्र न्याय पत्र के नाम से आया था। वो 6 अप्रैल को सहारनपुर की रैली में कांग्रेस के न्यायपत्र को मुस्लिम लीगी बता रहे थे। उसके बाद उन्होंने कहना शुरू किया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में लिखा है जिसके पास दो मकान होंगे, उसमें से एक छीन कर मुसलमान को दे दिया जाएगा। जिसके पास दो भैंस होगी, एक भैंस मुसलान को दे दी जाएगी। उन्होंने क्रिकेट खिलाड़ी ज्यादा मुसलमान होने का डर भी दिखाया।

हालांकि पीएम मोदी ने हाल ही में टीवी 18 को दिए गए इंटरव्यू में कहा- “मैं जिस दिन हिंदू-मुसलमान करूंगा ना, उस दिन मैं सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा। मैं हिंदू-मुस्लिम नहीं करूंगा। यह मेरा संकल्प है।“ इंटरव्यू में इस तरह की आदर्शवादी बातें करने वाले मोदी ने शुक्रवार को बाराबंकी और हमीरपुर में जो कहा वो सामने है। जनता पर पीएम मोदी के दोहरे बयानों का क्या असर पड़ रहा है, इसका पता 4 जून को चलेगा।