उद्धव की पार्टी में विरोध के स्वर उभरे, कहा- 'कांग्रेस जैसी हो गई है पार्टी'

02:38 pm Jan 15, 2025 | सत्य ब्यूरो

शिवसेना (यूबीटी) पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की है कि "हमारी पार्टी कांग्रेस जैसी हो गई है।" वरिष्ठ विधायक और विधानसभा में सेना (यूबीटी) के समूह नेता भास्कर जाधव ने दो दिन पहले रत्नागिरी जिले के चिपलुन और आसपास के इलाकों में पदाधिकारियों की बैठक में अपनी पार्टी के कामकाज पर नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।

भास्कर जाधव ने कहा- “यह कहना निराशाजनक है, लेकिन हमारी पार्टी कांग्रेस की तरह बन गई है। हम काम न करने वाले पदाधिकारियों और नेताओं को बदलने की हिम्मत नहीं करते। वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के सुझावों को सुनने वाला कोई नहीं है।”

महाराष्ट्र में जल्द ही निकाय चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में उनकी टिप्पणियाँ पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए शर्मिंदगी वाली हैं। ठाकरे के करीबी सहयोगी, पूर्व सांसद विनायक राउत और पार्टी नेता संजय कदम की मौजूदगी से बेपरवाह, जाधव ने यह भी कहा कि पार्टी पदाधिकारियों का एक विशिष्ट कार्यकाल होना चाहिए। यानी उनकी नियुक्ति के बाद उनके उस पद पर बने रहने का समय तय किया जाना चाहिए।

जाधव ने कहा- “यह केवल तभी है जब हम अपने गलत कदमों पर विचार करें, तभी हम सही कर सकते हैं। इससे संगठन मजबूत होगा और आगामी चुनाव में अहम भूमिका निभाएगा।” जाधव ने कहा कि "भाजपा आज हमें हिंदुत्व सिखा रही है लेकिन यह केवल बालासाहेब ठाकरे थे जो शक्तिशाली कांग्रेस के खिलाफ खड़े थे।"

उन्होंने कहा- पार्टी कार्यकर्ता संगठन के लिए कड़ी मेहनत करने को उत्सुक हैं, लेकिन दुर्भाग्य से नेता पैसा देने वालों का पक्ष लेते हैं। पार्टी कार्यकर्ता तभी मेहनत करेंगे जब नेता ईमानदार होंगे। शिव सेना एक आग है और, कभी-कभी, हमें अंगारों के बिस्तर पर चलना पड़ता है।” उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए अपने पदाधिकारियों को जवाबदेह बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

जाधव ने मांग की कि “जो लोग बिना प्रदर्शन के एक दशक से अपने पदों पर काबिज हैं, उन्हें बदला जाना चाहिए। हमें केवल 150 मतदाताओं वाले गांव में तीन शाखा प्रमुखों की आवश्यकता क्यों है? हमें इसकी समीक्षा करने की जरूरत है। साथ ही, किसी पदाधिकारी का कार्यकाल तीन साल से अधिक नहीं होना चाहिए।”

पार्टी जाधव के बयान से खुश नहीं

शिवसेना (यूबीटी) नेता जाधव के बयान पर खुश नहीं हैं। सांसद संजय राउत ने कहा कि पार्टी उनके साथ जाधव की चिंताओं पर चर्चा करेगी लेकिन, इस महत्वपूर्ण समय में, वरिष्ठ नेताओं को देखना चाहिए कि वे क्या कहते हैं। राउत ने कहा-  “हम इस पर भास्कर जाधव से चर्चा करेंगे। लेकिन, वरिष्ठ नेताओं के रूप में, हमें जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।” संजय राउत जाधव द्वारा सार्वजनिक रूप से पार्टी की आंतरिक कार्यप्रणाली पर अपने विचार व्यक्त करने से खुश नहीं थे।

चिपलुन बैठक में मौजूद पूर्व सांसद विनायक राउत ने कहा कि जाधव के बयानों को ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, कि जाधव पार्टी पदाधिकारियों के लिए एक निश्चित कार्यकाल का सुझाव देने में सही थे। उन्होंने कहा, ''यहां तक ​​कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे भी सोच रहे हैं कि पार्टी के संविधान में इसके लिए प्रावधान होना चाहिए।''