पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में 10 वीं कक्षा की छात्रा से चार लोगों ने दुष्कर्म किया। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अभियुक्तों ने दुष्कर्म के बाद लड़की को जबरन ज़हर खिलाया। उसे अस्पताल में ले जाया गया जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना 1 अप्रैल की है।
इस घटना के दो अभियुक्तों ने शनिवार को अदालत ले जाते वक़्त पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। दुष्कर्म की घटना के दो अभियुक्त अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
दुष्कर्म की यह घटना थाना सरधना के ग्राम ककसाड़ में हुई थी। पीड़िता ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें उसने मुख्य अभियुक्त लखन और उसके कुछ साथियों का नाम लिखा था। लखन इस पीड़िता के साथ ही ट्यूशन पढ़ता था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शनिवार को लखन और उसके साथी विकास को गिरफ़्तार कर लिया।
पुलिस ने कहा है कि जब लखन व विकास को अदालत ले जाया जा रहा था तो लखन ने एक पुलिसकर्मी से पिस्तौल छीन ली और दोनों ने भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस टीम बनाकर दोनों का पीछा किया गया और उन्हें दबोच लिया गया। पुलिस के मुताबिक़, लखन के फ़ायरिंग करने पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली मारी। लखन का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना वाले दिन पीड़िता शाम को 3.30 बजे घर से निकली थी और शाम को 5.15 बजे लौटी थी। घर लौटने पर उसने दुष्कर्म की घटना के बारे में बताया था।
उत्तर प्रदेश में बीते दिनों में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराधों की कई घटनाएं सामने आई हैं। इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा है, “स्टार प्रचारक जी को प्रचार से फ़ुरसत मिले तो कृपा कर इस पर भी विचार करें।” बता दें कि योगी इन दिनों बंगाल और अन्य चुनावी राज्यों में प्रचार कर रहे हैं।