ट्विटर पर #ArrestLucknowGirl ट्रेंड हुआ तो लोगों ने इस बारे में जानना चाहा कि आख़िर क्या माजरा है। इस हैशटैग पर आ रहे ट्वीट्स को देखा तो एक वीडियो सामने आया जिसमें एक लड़की एक कैब ड्राइवर को बुरी तरह पीट रही है।
वीडियो लखनऊ के अवैध चौराहे का है। इस घटना का जो पुराना वीडियो था, उससे ऐसा लगा कि हो सकता है कि कैब ड्राइवर की कोई ग़लती हो। लेकिन जो नया वीडियो सामने आया है, उसमें दिख रहा है कि कैब ड्राइवर की कोई ग़लती नहीं है।
पिटाई करने वाली यह लड़की गाड़ियों के ग्रीन सिग्नल के बीच ही रोड क्रास कर रही है जबकि नियम के मुताबिक़, जब रेड सिग्नल होगा तो गाड़ियां रुकेंगी और तभी पैदल जा रहे लोग रोड क्रास करेंगे।
एक बात और है, जैसे ही ग्रीन सिग्नल ख़त्म होता है, वाहन वाले तेज़ी से रोड क्रास करते हैं जिससे उन्हें सिग्नल पर न रुकना पड़े। इस मामले में भी यही हुआ।
लड़की जब रोड क्रास कर रही थी, तभी सिग्नल ग्रीन से रेड हो गया लेकिन कैब ड्राइवर ने लड़की को रोड क्रास करता देख गाड़ी रोक दी। वीडियो से साफ पता चल रहा है कि लड़की को कहीं चोट नहीं आई है लेकिन लड़की ने कैब ड्राइवर को कार से बाहर निकालकर पीटना शुरू कर दिया।
उसने ड्राइवर को कई चांटे मारे। ड्राइवर का नाम सआदत अली बताया गया है। सआदत कहता रहा कि वह लड़की है, इसलिए हाथ नहीं उठा रहा है लेकिन बावजूद इसके लड़की उसे मारती रही।
बदसलूकी की हदें पार
लड़की ने बदसलूकी की हदें पार करते हुए जो भी बीच में आया, उससे भी बदसलूकी की। इस दौरान सआदत कहता है कि उसके मालिक का 25 हज़ार का मोबाइल था, उसे लड़की ने तोड़ दिया। सआदत ने कहा कि वह ग़रीब आदमी है, उसकी कोई ग़लती नहीं है। वहां खड़े लोग भी कहते हैं कि सआदत की कोई ग़लती नहीं है और वह बेवजह कैब ड्राइवर को मारे जा रही है। इस दौरान वहां खड़े ट्रैफ़िक पुलिस के सिपाही भी लड़की के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं करते।
ट्विटर पर बहुत सारे यूजर्स ने कहा है कि इस लड़की को तुरंत गिरफ़्तार किया जाना चाहिए। कुछ यूजर्स ने कहा कि क्योंकि वह एक आदमी है तो किसी लड़की के लिए उसे पीटना इतना आसान है।
अमित लखानी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि यह नया भारत है और यह फ़ेमिनिज्म की तीसरी लहर है। कोई औरत आपको गाली दे सकती है, धमका सकती है, हमला कर सकती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस से लड़की को तुरंत गिरफ़्तार करने की मांग की है।
भारत जैसे करोड़ों की आबादी वाले देश में किसी भी शहर में सड़क पर लगभग हर दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन कोई भी किसी को सड़क पर पीट देगा, यह क़ानून की कौन सी किताब में लिखा है।
कब होगी लड़की पर कार्रवाई?
लड़की को किसने यह हक़ दिया कि वह कैब ड्राइवर पर हाथ उठाए। और वह भी तब जबकि वीडियो से साफ हो गया है कि कैब ड्राइवर की कहीं कोई ग़लती नहीं है। अब देखना होगा कि ख़ुद को न्याय पसंद बताने वाली पुलिस लड़की के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई कब करती है।