केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले और दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों का दौरा कर रहे हैं। शाह गुरुवार को मथुरा पहुंचे और उन्होंने बांके बिहारी मंदिर में दर्शन किए।
शाह ने मथुरा में कुछ घरों में जाकर चुनाव प्रचार भी किया। शाह ने बुधवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के जाट नेताओं के साथ मुलाकात की थी और विधानसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करने की अपील की थी।
शाह कुछ दिन पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चर्चित इलाके कैराना में गए थे और वहां भी डोर टू डोर प्रचार किया था। पहले और दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों पर वोटिंग होनी है।
मतदाताओं से संवाद करते हुए अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव मंत्री बनाने या मुख्यमंत्री चुनने का नहीं है, यह भारत के भविष्य को तय करने का चुनाव है।
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा की सरकारों में उत्तर प्रदेश के विकास का नक्शा नहीं खींचा गया जबकि बीजेपी की सरकार ने सबका साथ सबका विकास के सूत्र पर काम किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार सभी जातियों, सभी समाजों की है।
शाह ने कहा कि अगर मोदी सरकार ना होती तो क्या राम मंदिर का निर्माण हो पाता, क्या काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का पुनर्निर्माण हो पाता। उन्होंने कहा कि वोट बैंक के लालच में 70 साल तक कश्मीर से धारा 370 को खत्म नहीं किया गया था जबकि बीजेपी ने दूसरी बार सत्ता में आते ही इसे खत्म कर दिया।
किसान आंदोलन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नेताओं का पुरजोर विरोध हुआ था। बीजेपी को इस बात का डर है कि किसान आंदोलन के दौरान नाराज रहा जाट समुदाय और किसान समुदाय उससे दूर जा सकता है जबकि 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में इस समुदाय का बीजेपी को अच्छा-खासा समर्थन मिला था।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को जबकि दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा।