उत्तर प्रदेश में अमेज़ॉन प्राइम की वेब सीरीज़ तांडव के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज होने के बाद इसकी टीम ने सोमवार शाम को बिना शर्त माफ़ी माँग ली है। 'तांडव' की टीम ने कहा है कि उनका इरादा किसी धार्मिक विश्वास या भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं था। इस वेब सीरीज से भावनाएँ आहत होने की रिपोर्टों के बीच ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया था। संकेत तो यह दिया गया था कि अब जल्द गिरफ़्तारी होगी। आरोप लगाया गया है कि तांडव में हिंदू देवता का अपमान किया गया।
'तांडव' की टीम ने डिस्क्लेमर के कुछ हिस्सों का उल्लेख कर कहा है कि 'तांडव' एक कल्पना पर आधारित वेब सीरीज है और यह कि कोई भी कृत्य, व्यक्तियों और घटनाओं से कोई भी समानता पूरी तरह से संयोग है।
उन्होंने कहा, 'तांडव' के कलाकारों और दल ने लोगों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं का संज्ञान लिया और यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुँची है तो हम बिना शर्त माफी मांगते हैं।' टीम द्वारा यह माफ़ी तब माँगी गई है जब यूपी में एफ़आईआर दर्ज होने से पहले ही सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 'तांडव' की टीम को समन जारी किया था और अमेज़ॉन प्राइम से जवाब माँगा था। महाराष्ट्र के एक बीजेपी सांसद ने ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को ख़त भी लिखा था।
'तांडव' टीम के बयान में कहा गया है कि आज एक चर्चा के दौरान सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बड़ी संख्या में शिकायतों और याचिकाओं की जानकारी दी। बयान के अनुसार, उसमें लोगों की भावनाओं को आहत करने वाली सामग्री के बारे में गंभीर चिंताएँ और आशंकाएँ थीं।
बता दें कि आज सुबह ही ख़बर आई थी कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हज़रतगंज थाने में सब इंस्पेक्टर ने ही शिकायत दर्ज कराई है। इसमें 'तांडव' के निर्देशक, निर्माता, लेखक और भारत में अमेज़ॉन के प्रमुख पर धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देने और पूजा स्थल की शुद्धता व महत्ता को नुक़सान पहुँचाने का आरोप लगाया गया है।
इस शिकायत के दर्ज कराए जाने के बाद इसकी कॉपी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्विटर पर साझा किया।
ट्विटर पर उन्होंने लिखा कि योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने तो यहाँ तक लिख दिया है कि जल्द गिरफ्तारी की तैयारी है।
बता दें कि वेब सीरीज़ तांडव में हिंदू की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगा है। शिकायत है कि हर बार हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया जाता है। वेब सीरीज़ को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी विधायक राम कदम को भी ऐसी ही आपत्ति है। राम कदम ने तांडव सीरीज़ में ऐसे दृश्यों का ज़िक्र किया है जिसमें उन्होंने कहा कि भगवान शिव का मजाक उड़ाया गया है और उन्हें हटाने की मांग की।
उत्तर प्रदेश में एफ़आईआर दर्ज कराने वाले पुलिस कर्मी ने कहा है, 'पहले एपिसोड में लोगों ने हिंदू देवी-देवताओं जैसे दिखने के लिए बहुत भद्दे तरीक़े से कपड़े पहने थे और उसमें अमर्यादित तरीक़े से देवी-देवताओं को बोलते दिखाया गया है... जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला और आघात पहुँचाने वाला है।' इसमें कहा गया है कि एपिसोड में जातिगत विद्वेष फैलाने वाले संवाद हैं।
एफ़आईआर में यह भी आरोप लगाया गया है, 'उक्त वेब सीरीज में भारत के प्रधानमंत्री जैसे गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण अत्यंत अशोभनीय ढंग से किया गया है। वेब सीरीज़ में जातियों को छोटा-बड़ा दिखाकर बाँटने वाले तथा महिलाओं का अपमान करने वाले दृश्य हैं।'
महाराष्ट्र के विधायक राम कदम ने भी ट्वीट किया था, 'फिल्मों और वेब सीरीज में हर बार हिंदू देवी-देवताओं का अपमान क्यों किया जाता है? तांडव सीरीज़ इसकी ताज़ा मिसाल है (और) सैफ अली ख़ान एक बार फिर ऐसी फ़िल्म या सीरीज़ का हिस्सा हैं जिसमें हिंदू भावनाओं को चोट पहुँचाई गई है।'
उन्होंने आगे कहा, 'शिव का मजाक उड़ाने वाले (दृश्यों) को हटाना होगा। अभिनेता जीशान अयूब और निर्देशक अली अब्बास जफर को माफी मांगनी होगी। जब तक जरूरी बदलाव नहीं किए जाते हैं, तब तक 'तांडव' का बहिष्कार किया जाएगा।'
बीजेपी के एक अन्य नेता कपिल मिश्रा ने भी इस सीरीज़ की आलोचना की। ये वही कपिल मिश्रा हैं जिनकी दिल्ली दंगे से पहले कथित तौर पर भड़काऊ बयान को लेकर आलोचना की जाती रही है। उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया, 'चूँकि यह दिन ख़त्म होने को आया... हमारे धर्म और हमारे देवताओं के ख़िलाफ़ भारी नफरत फैलाने वाली, आतंकवादियों को हीरो बताने वाली और हमारे जवानों का मजाक उड़ाने वाली ऑनलाइन वेब सीरीज़ अभी भी उपलब्ध है... यह अभी भी चल रही है।'
उत्तर पूर्व मुंबई से बीजेपी सांसद मनोज कोटक की आपत्ति है कि अमेज़ॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई वेब सीरीज तांडव ने कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है।
उन्होंने सीरीज पर सवाल उठाते हुए कहा था लगातार वेब सीरीज के नाम पर हिंदू विरोधी सामग्री परोसी जा रही है। उन्होंने इस पर तुरंत रोक लगाई जाने की ज़रूरत बताई। उन्होंने तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को ख़त लिख दिया।
जावड़ेकर को लिखे अपने पत्र में मनोज कोटक ने कहा, 'ऐसा लगता है कि तांडव के निर्माता (जानबूझकर) हिंदू देवताओं का मजाक उड़ा रहे हैं और हिंदू भावनाओं का अपमान कर रहे हैं।'
वैसे, यह पहली बार नहीं है कि ओटीटी यानी ओवर द टॉप प्लेटफ़ॉर्म या फ़िल्मों पर हिंदू देवी-देवताओं को निशाना बनाए जाने का आरोप लगा है। इससे पहले हाल ही में नवंबर महीने में 'ए सूटेबल ब्वॉय' को लेकर ऐसी ही आपत्ति की गई थी। इस मामले में ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स के ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश के रिवा ज़िले में एफ़आईआर दर्ज कराई गई थी। ख़ुद को संस्कृति के स्वयंभू रक्षक मानने वालों को आपत्ति उस दृश्य पर थी जिसमें एक लड़का और लड़की को मंदिर में किस करते दिखाया गया था।