मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह भगदड़ मच गई। इसमें नौ लोग घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब लोग सुबह 5.10 बजे बांद्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए दौड़े। पश्चिमी रेलवे ने एक बयान में कहा है कि 'प्लेटफॉर्म पर मौजूद कई यात्रियों ने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप दो व्यक्ति घायल हो गए, जो चढ़ने की कोशिश करते समय गिर गए।' रिपोर्ट के अनुसार दो की हालत गंभीर है, जबकि सात अन्य घायलों का भाभा अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना को लेकर शिवसेना यूबीटी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को अक्षम क़रार दिया है और उनके कार्यकाल में रेल दुर्घटनाएँ बढ़ने की बात कही है।
शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह शर्मनाक है कि देश में 'अक्षम मंत्री' शीर्ष पर हैं। उन्होंने कहा, 'काश रील मंत्री एक बार रेल मंत्री होते। बांद्रा की घटना केवल यह दिखाती है कि वर्तमान रेल मंत्री कितने अक्षम हैं। भाजपा ने चुनावों के लिए अश्विनी वैष्णव जी को भाजपा महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया है, लेकिन हर हफ्ते रेलवे के साथ कुछ घटनाएं और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यह कितनी शर्म की बात है कि हमारा देश ऐसे अक्षम मंत्रियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है।'
संजय राउत ने भी देश में अश्विनी वैष्णव के कार्यकाल में हुई बड़ी रेल दुर्घटनाओं का ज़िक्र किया और उनकी आलोचना की। राउत ने पत्रकारों से कहा, 'जब से मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और रेल मंत्री को फिर से जिम्मेदारी सौंपी गई है, तब से देश में 25 से ज़्यादा बड़ी रेल दुर्घटनाएँ हुई हैं, जिनमें 100 से ज़्यादा लोगों की जान गई है... आप बुलेट ट्रेन, मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेनों की बात करते हैं और नितिन गडकरी हवा में बसें चलाने की बात करते हैं। लेकिन ज़मीन पर हक़ीकत क्या है? जिस तरह से यात्री घायल हुए, क्या इसके लिए रेल मंत्री ज़िम्मेदार नहीं हैं?"
विपक्ष रेल मंत्री पर रेल दुर्घटनाओं और पटरी से उतरने की घटनाओं को लेकर निशाना साधने के लिए 'रील मंत्री' शब्द का इस्तेमाल करता है। इस हमले से नाराज़ होकर मंत्री ने अगस्त में संसद में कहा था, 'हम सिर्फ रील बनाने वाले लोग नहीं हैं, हम कड़ी मेहनत करने वाले लोग हैं।'
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम समय बचा है और भाजपा नेतृत्व ने पूर्व नौकरशाह वैष्णव को पार्टी के प्रचार का प्रभारी नियुक्त किया है।
इधर बांद्रा में भगदड़ की घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया कि बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़ दिवाली से पहले यात्रियों की भीड़ के कारण हुई। रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि त्योहारी सीजन में यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए रेलवे विशेष ट्रेनें चलाता है। रेलवे प्रवक्ता ने कहा, 'हम यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि उचित व्यवस्था की गई है, आरपीएफ, जीआरपी और टिकट चेकिंग स्टाफ मौजूद हैं। कृपया व्यवस्थित तरीके से और कतार में लगकर ट्रेन में चढ़ें। कृपया चलती ट्रेन में न चढ़ें। कृपया रेलवे स्टाफ के निर्देशों का पालन करें ताकि आप सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।'
गोरखपुर जाने वाली इस ट्रेन में 22 डिब्बे हैं, जो सभी अनारक्षित हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आधी रात से ही लोग सीट पाने के लिए प्लेटफॉर्म पर जमा हो गए थे। जब ट्रेन आई तो करीब 1,500 लोग प्लेटफॉर्म पर थे और भगदड़ मच गई। कुछ लोग पटरियों पर भी गिर गए।