कैसे बच गए धोनी? 

05:06 pm Apr 17, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीज़न में शुक्रवार को जब चेन्नई सुपर किंग्स की टीम पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरी सबसे ज़्यादा चिंतित महेंद्र सिंह धोनी रहे होंगे। कप्तान होने के नाते टीम को पहली जीत दिलवाने का दबाव तो उन पर था ही, धीमी गति की वजह से ज़ुर्माना और एक मैच से निलंबित होने की तलवार भी उन पर लटक रही थी। 

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2021 में इसके पहले एक भी मैच नहीं जीत सकी थी। लेकिन इसके पहले के मैच में धीमी गति से गेंदबाजी कराने की वजह से कप्तान पर 12 लाख रुपए का ज़ुर्माना लग चुका था। 

पहले हार चुका था सीएसएके

धोनी की टीम सीएसके का पहला मुकाबला ऋषभ पंत की अगुआई वाली टीम दिल्‍ली कैपिटल्‍स से हुआ था। इस मैच में दिल्‍ली ने चेन्‍नई को 7 विकेट से हराया था। दिल्‍ली ने चेन्‍नई से मिला 189 रन का मजबूत लक्ष्‍य सिर्फ तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया था।

चेन्नई ने मैच तो गंवाया ही था, धीमी गति की गेंदबाजी की वजह से कप्तान पर 12 लाख रुपए का ज़ुर्माना भी लगा दिया गया था। 

बता दें कि आईपीएल के नियमों के अनुसार 90 मिनट में 20 ओवर की गेंदबाजी करनी होती है। जो टीम ऐसा नहीं कर पाती है, उस पर जुर्माना लगाया जाता है। 

धीमी गति की वजह से नियत समय में नियत ओवर नहीं पूरा करने से पहली बार 12 लाख, दूसरी बार 24 लाख रुपए और तीसरी बार 30 लाख रुपए का जुर्माना लगता है। तीसरी बार जुर्माने के साथ ही कप्तान को एक मैच के लिए निलंबित कर दिया जाता है।

ऐसे में चेन्नई सुपर किंग्स और धोनी दोनों के लिए संकटमोचक बन कर आए गेंदबाज दीपक चाहर। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर पंजाब के चार विकेट चटका दिए, जिससे धोनी को निर्धारित समय में 20 ओवर करवाने में मदद मिली।

चाहर की इस घातक गेंदबाजी का ही नतीजा रहा कि पंजाब की टीम 20 ओवर में 106 रन ही बना सकी। इस तरह चाहर की बदौलत धोनी ने मैच के साथ धीमी ओवरगति की लड़ाई भी जीत ली।

चाहर का कहर

दीपक चाहर ने पहले ही ओवर में पंजाब के ओपनर मयंक अग्रवाल को बोल्ड कर दिया, मयंक खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद चाहर के दूसरे और मैच के तीसरे ओवर में कप्तान केएल राहुल भी रन आउट हो गए।

दीपक चाहर के तीसरे और मैच के पाँचवे ओवर में क्रिस गेल को भी पवेलियन लौटना पड़ा। उन्हें चाहर की गेंद पर रवींद्र जडेजा ने लपक लिया। वे सिर्फ 10 रन बना पाए। 

इसके बाद इसी ओवर की चौथी गेंद पर निकोलस पूरन भी आउट हो गए, वे भी खाता नहीं खोल सके। 

फिर बारी आई पिछले मैच के हीरो रहे दीपक हुड्डा की, वह भी दीपक चाहर की गेंद का शिकार बने। उन्होंने 10 रन बनाए।

धोनी ने चाहर से लगातार चार ओवर करवाए। पंजाब की बल्लेबाज़ी के सात ओवर ख़त्म होते तक दीपक चाहर ने अपने कोटे के चार ओवर कर ख़त्म कर दिए थे। इस दौरान उन्होंने 13 रन देकर चार विकेट लिए।

उन्होंने अपना अंतिम ओवर मेडेन फेंका। एक वाइड समेत 25 गेंदों के अपने बॉलिंग स्पेल के दरम्यान दीपक ने 18 डॉट बॉल पर पंजाब के बल्लेबाज़ों को कोई रन नहीं बनाने दिया।