दिल्ली कैपिटल्स का एक और ख़िलाड़ी कोरोना पॉजिटिव

12:17 pm May 08, 2022 | सत्य ब्यूरो

चेन्नई के ख़िलाफ़ आज काफ़ी अहम मैच से पहले दिल्ली कैपिटल्स का एक और खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले भी इसके दो खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। उनके अलावा टीम के 4 अन्य स्टाफ भी संक्रमित हो चुके हैं। इस आईपीएल सीजन में दिल्ली कैपिटल्स ही टीम है जिसके सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

ताज़ा मामला दिल्ली कैपिटल्स के एक नेट गेंदबाज के पॉजिटिव आने का है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार उस गेंदबाज के साथ कमरा साझा करने वाले दिल्ली कैपिटल्स के एक अन्य खिलाड़ी को अलग-थलग करने का फ़ैसला किया गया है।

अब भारतीय बोर्ड आईपीएल प्रोटोकॉल के अनुसार, दिल्ली कैपिटल्स के सदस्यों को कोरोना जाँच के एक और दौर से गुजरना होगा और तब तक सभी सदस्यों को अपने कमरों में अलग-थलग रहना होगा।

दिल्ली कैपिटल्स आज शाम चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ अपने लीग मैच के लिए डीवाई पाटिल स्टेडियम में दो-दो हाथ करने वाली है। दिल्ली आईपीएल की अंक तालिका में पांचवें स्थान पर है और उसने पाँच मैच जीते हैं जबकि पांच में उसे हार का सामना करना पड़ा है। इस लिहाज से आज का मैच उसके लिए काफ़ी अहम है।

बता दें कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम एक के बाद एक खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमण से जूझ रही है। पिछले महीने टीम के विदेशी खिलाड़ी टिम सीफर्ट और मिशेल मार्श अलग-अलग समय पर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उनके चार सहयोगी स्टाफ सदस्य भी संक्रमित पाए गए थे।

रिपोर्ट है कि टीम के कोच रिकी पोंटिंग के परिवार के सदस्य के पॉजिटिव पाए जाने के कारण कुछ दिनों पहले ही कोच ने कुछ मैचों को छोड़ने का फ़ैसला किया था।

खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमण की वजह से ही दिल्ली कैपिटल्स-पंजाब किंग्स का जो मैच पहले पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाना था, उसको ब्रेबोर्न स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया गया। यह कोरोना फैलने के ख़तरे के मद्देनज़र ही किया गया था। 

बता दें कि पूरे देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3451 नए केस सामने आए हैं। यह शनिवार को मिले कोरोना मामलों के मुकाबले 9 फीसदी कम हैं। हालांकि, पिछले एक दिन में 40 लोगों की मौत हुई है जबकि शनिवार को मृतकों का आंकड़ा 22 रहा था। इसके साथ ही देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब 20 हज़ार 635 हो गई है। हाल में आई कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी में राष्ट्रीय राजधानी सबसे ज़्यादा प्रभावित रही है।