समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने मंगलवार को दावा किया है कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के दो बेटों में से एक को एक या दो दिन में गोली मार दी जाएगी। पत्रकारों से बात करते हुए राम गोपाल यादव ने अतीक अहमद का बचाव किया और कहा कि पुलिस उमेश पाल हत्याकांड के असली दोषियों को नहीं ढूंढ पा रही है।
अहमद के बेटे अली अहमद का नाम पिछले हफ्ते उस उमेश पाल की हत्या में सामने आया था जो 2005 के तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह था। मुख्य गवाह उमेश पाल की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जैसे ही अपनी क्रेटा कार से उतरे थे, तभी उनपर फायरिंग हुई थी। इसमें उमेश पाल समेत दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या हो गई थी। यह पूरा हत्याकांड घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया था।
उमेश पाल हत्याकांड के दो आरोपी मुठभेड़ में अब तक मारे जा चुके हैं। विजय चौधरी सोमवार तड़के प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया है। उससे पहले वाली मुठभेड़ में आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई एसयूवी के ड्राइवर अरबाज की मौत हो गई थी। प्रयागराज में अतीक अहमद के एक करीबी का घर पुलिस बुलडोजर चला कर गिरा चुकी है। जब राज्य विधानसभा में उमेश पाल हत्याकांड पर चर्चा हुई थी, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि गैंगस्टरों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, अतीक अहमद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ 160 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अतीक को 100 मामलों में नामजद किया गया है, जबकि उनके भाई अशरफ पर 52 मामले, पत्नी शाइस्ता प्रवीण पर तीन, और बेटों अली पर 4 और उमर अहमद पर एक मामला दर्ज है।
इस बीच अतीक अहमद की पत्नी ने अदालत का रुख किया और दावा किया कि हाल ही में पुलिस द्वारा उठाए गए उनके दो नाबालिग बेटे लापता हैं। पुलिस ने कहा कि दोनों लड़कों को एक किशोर हिरासत केंद्र में रखा गया था, लेकिन अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने तर्क दिया है कि वे वहाँ नहीं पाए गए।