राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उनकी सरकार को गिराने के लिए बीजेपी कांग्रेस विधायकों को करोड़ों-अरबों रुपये का ऑफ़र दे रही है। गहलोत ने कहा कि सरकार गिराने का जो खेल मध्य प्रदेश में खेला गया, वही राजस्थान में भी खेला जा रहा है।
बुधवार रात को मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा, ‘करोड़ों-अरबों रुपये भेजे जा रहे हैं, क्या बताऊं आपको, कैश ट्रांसफ़र हो रहे हैं जयपुर के अंदर, कौन भेज रहा है। बांटने के लिए एडवांस लेने की बातें हो रही हैं, आप 10 करोड़ एडवांस दे दीजिए, बाद में 5 और दे देंगे।’
गहलोत ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर गए विधायकों को टिकट नहीं मिल पा रहा है, वहां कैबिनेट नहीं बन पा रही है, यही खेल यहां खेल जा रहा था, हमारे विधायक बहुत समझदार हैं, वे समझ गए, उन्हें बहुत लालच देने की कोशिश की गई।’
पुराने कांग्रेसी दिग्गज गहलोत ने कहा, ‘मुझे बीएसपी के 6 और 13 निर्दलीय विधायकों का डर है। ये बिना किसी लालच के हमारा साथ दे रहे हैं।’
राज्यसभा चुनाव से पहले एहतियात बरतते हुए कांग्रेस ने अपने विधायकों को रिजॉर्ट में रख दिया है। गहलोत ने इन पार्टी विधायकों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया है।
कांग्रेस ने बीजेपी द्वारा तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जनादेश की लगातार हत्या करना बीजेपी का चरित्र बन चुका है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की यह साज़िश सफल नहीं होगी।
राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ख़ुद अव्यवस्थित है और उसे अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।
राज्यसभा चुनाव से पहले जोड़-तोड़
राजस्थान में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। इन 3 में से 2 सीटों पर कांग्रेस और 1 सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है। लेकिन बीजेपी ने 2 उम्मीदवार खड़े करके चुनाव में गहमागहमी पैदा कर दी है।
राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं। 1 सीट जीतने के लिए 51 विधायकों के वोट की ज़रूरत है और कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं, ऐसे में वह आसानी से 2 सीट जीत सकती है। इन 107 में से 6 विधायक बीएसपी के भी हैं, ये सभी विधायक पाला बदल कर पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेस के पास 12 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है।
बीजेपी के पास 72 विधायक हैं और उसे छोटी पार्टियों और निर्दलीय मिलाकर 6 विधायकों का समर्थन हासिल है। ऐसे में वह एक सीट आसानी से जीत सकती है लेकिन उसकी नजर कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों, बीएसपी से कांग्रेस में आए विधायकों और कांग्रेस के अंदर नाराज चल रहे कुछ विधायकों द्वारा क्रास वोटिंग किए जाने की संभावना पर टिकी है।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली उसकी सरकार को गिराने की जोरदार कोशिशें हो रही हैं। राजस्थान की विधानसभा में कांग्रेस के चीफ़ व्हिप महेश जोशी ने इस बारे में राज्य के एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक की तरह राजस्थान में हमारे और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों को पैसे की ताक़त का लालच देकर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है।’