राजस्थान में क्या गहलोत सरकार की वापसी होगी? या फिर राज्य में चली आ रही रवायत के अनुसार इस बार बीजेपी सत्ता में वापसी करेगी? लगता है कि ये सवाल एग्ज़िट पोल के बाद भी बने हुए ही हैं। एग्ज़िट पोल में साफ़ तौर पर न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस की सरकार बनती हुई दिख रही है। हालाँकि, अधिकतर सर्वे में बीजेपी बढ़त बनाए दिख रही है।
इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्ज़िट पोल के अनुसार कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है। इसने कांग्रेस को 86-106 और बीजेपी को 80-100 सीटें मिलने के आसार बताए हैं। इसके अलावा अन्य को 9-18 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।
हालाँकि, पोलस्ट्रैट के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी होने के आसार बताए गए हैं। इस सर्वे के अनुसार कांग्रेस 90-100 सीटें पा सकती है, जबकि बीजेपी को 100-110 सीटें मिल सकती है। इस एग्ज़िट पोल में अन्य के खाते में 5-15 सीटें जाती हुई बताई गई हैं।
जन की बात के अनुसार बीजेपी को 100-122, कांग्रेस को 62-85 और अन्य को 14-15 सीटें मिल सकती हैं। सीवोटर के एग्ज़िट पोल के अनुसार बीजेपी को 94-114, कांग्रेस को 71-91 और अन्य को 9-19 सीटें मिल सकती हैं।
इंडिया टीवी सीएनएक्स के अनुसार बीजेपी को 80-90, कांग्रेस को 94-104 और अन्य को 14-18 सीटें मिल सकती हैं।
रिपब्लिक टीवी के साथ मिलकर सर्वे करने वाले मैट्रिज़ के अनुसार बीजेपी को 115-130, कांग्रेस को 65-75 और अन्य को 12-19 सीटें मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-इटीजी के एग्ज़िट पोल के अनुसार बीजेपी को 108-128, कांग्रेस को 56-72 और अन्य को 13-21 सीटें मिल सकती हैं।
तो सवाल लगातार वही बना हुआ है कि राजस्थान में पिछले कुछ दशकों में कांग्रेस और बीजेपी पाँच-पाँच साल बारी-बारी से सत्ता में आती रही हैं तो क्या इस बार भी कुछ वैसा ही नतीजा आएगा या फिर ट्रेंड बदलेगा?
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई थी। इसने कुल 200 सीटों में से 100 सीटें हासिल की थीं। बीजेपी को 73 सीटें ही मिल पाई थीं। अन्य के खाते में 27 सीटें गई थीं। कांग्रेस ने निर्दलीय विधायकों और बीएसपी के विधायकों को साथ लेकर सरकार बनायी थी।
पिछले चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीटों का अंतर भले ही काफ़ी ज़्यादा रहा हो लेकर वोट प्रतिशत में ज़्यादा बड़ा अंतर नहीं रहा था। कांग्रेस को 39.30 फ़ीसदी वोट मिले थे, जबकि बीजेपी को 38.77 फ़ीसदी। अन्य को क़रीब 21 फ़ीसदी वोट मिले थे।