पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा, दिल्ली बीजेपी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा आदि नेताओं ने जाखड़ को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
जाखड़ ने बीते शनिवार को कांग्रेस को अलविदा कहा था। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और बड़े नेता पंजाब में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
कांग्रेस की अनुशासन समिति ने सुनील जाखड़ को संगठन से 2 साल के लिए निलंबित करने की सिफारिश की थी। हालांकि सुनील जाखड़ ने पंजाब के विधानसभा चुनाव के दौरान ही सक्रिय राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया था लेकिन अब वह फिर से सक्रिय राजनीत में लौट आए हैं।
जाखड़ ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए सांसद अंबिका सोनी के उस बयान के लिए उन्हें दोषी ठहराया था जिसमें उन्होंने पंजाब में हिंदू नहीं सिख मुख्यमंत्री ही होने की बात कही थी। हालांकि उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक अच्छा शख्स बताया और उनसे अपील की कि वह एक बार फिर पार्टी की कमान अपने हाथ में लें और चापलूस लोगों से दूर रहें। उन्होंने उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर को ढोंग बताया था।
वरिष्ठ नेता हैं जाखड़
जाखड़ एक वक्त में पंजाब में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे लेकिन कहा जाता है कि हिंदू चेहरा होने की वजह से वह मुख्यमंत्री नहीं बन सके। जाखड़ पंजाब में तीन बार विधायक और गुरदासपुर से सांसद भी रहे हैं। वह पंजाब में विपक्ष के नेता और लंबे वक्त तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। उन्हें पंजाब में कांग्रेस के हिंदू चेहरे के रूप में देखा जाता था। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस में तमाम बड़े पदों पर रहे थे।
उधर, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस कोई कार्रवाई कर सकती है।