पंजाब में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान को रफ्तार देने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरूवार को पंजाब पहुंचे। राहुल गांधी कांग्रेस के प्रत्याशियों के साथ अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर पहुंचे और वहां मत्था टेका। स्वर्ण मंदिर के बाद राहुल गांधी दुर्गियाना मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल भी गए। इसके बाद वह जालंधर गए और यहां मीठापुर में आयोजित एक वर्चुअल रैली को संबोधित किया।
राहुल के साथ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित पार्टी के तमाम मंत्री और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
पंजाब में कांग्रेस अपनी सत्ता को बचाए रखना चाहती है। इसीलिए फूंक फूंक कर कदम रखते हुए पार्टी ने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। पार्टी ने साफ किया है कि वह नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी और सुनील जाखड़ के संयुक्त नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है।
हालांकि पार्टी ने बीते दिनों में ऐसे संकेत जरूर दिए हैं कि सत्ता में आने पर वह चरणजीत सिंह चन्नी को फिर से मुख्यमंत्री बना सकती है।
अमृतसर ईस्ट में सिद्धू बनाम मजीठिया
उधर, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने एलान किया है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ ताल ठोकेंगे। मजीठिया और सिद्धू दोनों ही पंजाब की सियासत के बड़े नेता हैं और ऐसे में इन दोनों के आमने-सामने आने से निश्चित रूप से एक जोरदार जंग देखने को मिलेगी। दोनों नेता अमृतसर ईस्ट सीट से हुंकार भरेंगे।
पंजाब में हालांकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच माना जा रहा है लेकिन शिरोमणि अकाली दल-बीएसपी गठबंधन, बीजेपी गठबंधन और किसानों का संयुक्त समाज मोर्चा का गठबंधन भी मजबूती से मैदान में ताल ठोक रहा है।
देखना होगा कि अमरिंदर सिंह अकाली दल (संयुक्त) और बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस के किले में कितनी सेंध लगा पाते हैं। पंजाब में एक चरण में 20 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।