कोरोना का यूके स्ट्रेन यानी इंग्लैंड में पाया गया नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण पंजाब में तेज़ी से फैला है। पंजाब में कोरोना संक्रमण के 401 सैंपल में से 81 फ़ीसदी यूके स्ट्रेन के ही वायरस मिले हैं। यह वह वायरस है जो सामान्य कोरोना के मुक़ाबले 70 फ़ीसदी ज़्यादा तेज़ी से फैलता है। इसी बात को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने चिंता भी जताई है और उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि राज्य में 60 से कम उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की छूट दी जाए। मौजूदा समय में 60 से ज़्यादा उम्र के लोगों और कोमोर्बिडीटीज यानी कई बीमारियों से जूझ रहे 45 वर्ष से ज़्यादा के लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है। एक अप्रैल से 45 से ज़्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि यूके स्ट्रेन यानी नये क़िस्म का कोरोना बी117 युवा आबादी को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड में अधिकारियों ने पाया है कि कोविशील्ड वैक्सीन इसके ख़िलाफ़ प्रभावी है।
मुख्यमंत्री ने उभरती स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार को आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए टीकाकरण को तत्काल खोलने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि संक्रमण की शृंखला को तोड़ने के लिए अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण करना ज़रूरी है।
कैप्टन अमरिंदर ने लोगों से कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया। इस प्रोटोकॉल में मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना शामिल है। उन्होंने चेतावनी दी है कि राज्य सरकार और अधिक प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होगी यदि लोग कोरोना के नियमों का पालन नहीं करते हैं। राज्य सरकार ने पहले से ही नए प्रतिबंधों की घोषणा कर रखी है।
मुख्यमंत्री का यह बयान तबा आया है जब राज्य की कोविड विशेषज्ञ समिति के प्रमुख डॉ. के.के. तलवार ने उन्हें राज्य में नए क़िस्म के कोरोना के घटनाक्रम से अवगत कराया। बता दें कि राज्य में 24 घंटे में 2299 संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं और 58 लोगों की मौत हो गई है।
पंजाब में नये क़िस्म के वायरस के जो मामले आ रहे हैं वह वायरस इंग्लैंड में पिछले साल नवंबर-दिसंबर में पाया गया था। इंग्लैंड में अब जो संक्रमण के मामले हैं वे 98 फ़ीसदी इसी क़िस्म के संक्रमण के हैं। स्पेन में भी यूके स्ट्रेन के 90 फ़ीसदी मामले यूके स्ट्रेन के हैं।
भारत में अब तक इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ब्राज़ील के नये स्ट्रेन के 795 मामले आ चुके हैं। इसमें सबसे ज़्यादा इंग्लैंड में मिले नये क़िस्म के कोरोना के मामले हैं।
भारत में कोरोना संक्रमण में तेज़ी
भारत हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में अब तीसरे स्थान पर आ गया है। भारत में सोमवार को एक दिन में संक्रमण के क़रीब 40 हज़ार मामले आए हैं वहीं दुनिया में सबसे ज़्यादा केस ब्राज़ील में क़रीब 53 हज़ार और फिर अमेरिका में क़रीब 45 हज़ार आए हैं।
अमेरिका, ब्राज़ील और भारत ही दुनिया में सबसे ज़्यादा कोरोना से प्रभावित देश भी हैं और इन्हीं देशों में अब तक सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। अमेरिका में 3 करोड़ से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और साढ़े पाँच लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। ब्राज़ील में 1 करोड़ 20 लाख संक्रमण के मामले आए हैं और 2 लाख 93 हज़ार मौतें हुई हैं। भारत में 1 करोड़ 16 लाख संक्रमण के मामले आए हैं और 1 लाख 60 हज़ार मौतें हुई हैं।
लेकिन भारत के लिए सबसे ज़्यादा चिंता की बात यह है कि यहाँ संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है और संकेत है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई है। देश में 24 घंटों में कोरोना के 40,715 नए मामले सामने आए और 199 लोगों की मौत हो चुकी है। देश भर में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,45,377 हो चुकी है। महाराष्ट्र में एक बार फिर डराने वाला आंकड़ा सामने आया और 24 घंटों में 24,645 नए मामले सामने आए। राज्य में देश भर के कोरोना के कुल एक्टिव मामलों के 83 फ़ीसदी मामले हैं।