लुधियाना में आज रविवार को गैस रिसने से गियासपुरा के पास सुआ रोड पर एक कारखाने के अंदर तीन बच्चों सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। गैस का रिसाव सुबह करीब सवा सात बजे से जारी है। आसपास के लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
एएनआई को पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टरों और एंबुलेंस की टीम को बुलाया गया है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और बठिंडा से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को बचाव कार्यों में लगाया गया है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, गैस एक कोल्ड ड्रिंक स्टोर, एक किराना स्टोर और एक मेडिकल क्लिनिक सहित विभिन्न प्रतिष्ठानों के ब्लॉक से लीक हुई थी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, डेयरी उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री गोयल मिल्क प्लांट के कूलिंग सिस्टम से गैस का रिसाव हुआ।
गैस रिसने के बाद आसपास के लोग कथित तौर पर अपने घरों में बेहोश हो गए और वर्तमान में इस क्षेत्र में प्रवेश करना किसी के लिए भी असुरक्षित है।सूत्रों ने कहा कि तीन बच्चों के साथ एक दंपति क्लिनिक में मृत पाए गए। अन्य प्रतिष्ठानों में चार अन्य की मौत हो गई।
सिविल अस्पताल में दो पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। स्थानीय निवासी उमेश कुमार ने कहा कि सुबह दुर्गंध और सिरदर्द के साथ उठा। उन्होंने खुद को गैस से बचाने के लिए सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लीं। बाद में, उन्होंने घर से बाहर जाने का फैसला किया।
जमालपुर के शंभु नारायण ने कहा कि उनके 40 वर्षीय भतीजे कबिलाश कुमार और उनकी पत्नी वर्षा देवी के साथ तीन बच्चे 16 वर्षीय कल्पना, 12 वर्षीय अभय नारायण और 9 वर्षीय आर्यन की मौत हो गई है। एक स्थानीय राम मूरत ने कहा कि उनके रिश्तेदार 28 वर्षीय सौरव गोयल और उनकी पत्नी त्रिति गोयल, भाई गौरव गोयल के साथ उनकी मां और आठ महीने का लड़का गैस रिसाव में फंस गए थे। बच्चा खतरे से बाहर है, जबकि दंपती और मां की मौत हो गई है। गौरव की हालत गंभीर है।
रिसाव के 300 मीटर के दायरे में लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है, जिससे लोग उस क्षेत्र से दूर जा रहे हैं। पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर हैं, सहायता और राहत प्रयास कर रहे हैं।