रायबरेली की सीट पर चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी के लिए संयुक्त रैली हुई और इसमें सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता से राहुल गांधी को जिताने की अपील की। इससे पहले 20 साल तक रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया ने कहा कि वह यहाँ के लोगों को राहुल गांधी को सौंप रही हैं।
राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव के साथ हुई संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा, 'सांसद के रूप में आपने मुझे सेवा करने का अवसर दिया। ...आपके सामने मेरा सिर श्रद्धा से झुका हुआ है। 20 साल से एक सांसद के रूप में आपने मुझे सेवा का मौका दिया है। ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूँ। जैसे आपने मुझे अपना माना वैसे ही राहुल को अपना मानकर रखना है। राहुल आपको निराश नहीं करेगा।'
सोनिया गांधी ने कहा, 'रायबरेली मेरा परिवार है, वैसे ही अमेठी भी मेरा घर है। यहां से न केवल मेरे जीवन की कोमल यादें जुड़ी हुई हैं बल्कि पिछले 100 साल से हमारे परिवार की जड़ इस मिट्टी से जुड़ी हुई है। गंगा मां की तरह पवित्र यह रिश्ता अवध और रायबरेली के किसान आंदोलन के साथ शुरू हुआ जो आज तक कायम है।'
सीपीपी अध्यक्ष सोनिया ने कहा कि राहुल और प्रियंका को वही शिक्षा दी है जो रायबरेली और इंदिरा गांधी ने मुझे दी है। उन्होंने कहा, 'इंदिरा जी के दिल में रायबरेली के लिए एक अलग जगह थी। मैंने उन्हें काम करते हुए करीब से देखा है। उनके मन में आपके लिए असीम लगाव था। मैंने राहुल और प्रियंका को भी वही शिक्षा दी है जो इंदिरा जी ने और रायबरेली की जनता ने मुझे दी। सबका आदर करो, कमजोर की रक्षा करो। अन्याय के खिलाफ जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए जिससे भी लड़ना पड़े, लड़ जाओ। डरना मत.. क्योंकि संघर्ष की तुम्हारी जड़ें और परंपराएं बहुत मजबूत हैं। मेरा आंचल जीवनभर आपके आशीर्वाद और प्रेम से भरा रहा। आपके प्रेम ने मुझे कभी अकेला नहीं पड़ने दिया। मेरा सबकुछ आपका ही दिया हुआ है।'
रायबरेली सीट कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है। सोनिया गांधी 2004 से ही वहां की सांसद रहीं। 1952 के पहले लोकसभा चुनाव के बाद से अब तक कांग्रेस यहां सिर्फ तीन बार हारी है। इसी सीट से राहुल गांधी को उतारा गया है। हालाँकि, राहुल केरल के वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी ने इस रैली को संबोधित करते हुए महिलाओं और युवाओं के लिए किए गए अपने वादों को दोहराया। उन्होंने मनरेगा मज़दूरी 250 से बढ़ाकर 400 रुपये करने, आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तनख्वाह दोगुनी करने का भी वादा किया। उन्होंने अग्निवीर योजना को ख़त्म करने का भी वादा किया। इसके साथ ही राहुल ने मोदी सरकार पर हमला किया।
मैं जो चाहूं नरेंद्र मोदी से बुलवा सकता हूं: राहुल
राहुल गांधी ने रायबरेली की रैली में कहा, 'जो भी मैं चाहूँ मैं प्रधानमंत्री के मुँह से बोलवा सकता हूँ। मैंने कहा नरेंद्र मोदी जी अडानी-अंबानी का नाम कभी नहीं लेते हो, दो दिन बात कहते हैं- अडानी-अंबानी। मैंने अपने भाषण में कहा कि बैंक खाते में टकाटक टकाटक टकाटक पैसे डालेंगे। नरेंद्र मोदी जी कहते हैं- टकाटक, टकाटक, टकाटक। आप मुझे बताओ क्या बुलवाना है नरेंद्र मोदी से, कल बुलवा लेता हूँ।'
रैली को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'रायबरेली में उमड़ा ये जनसैलाब इस बात की बानगी है कि राहुल गांधी जी रिकॉर्ड वोटों से जीतने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी हर जगह से अपना एक झूठा रिश्ता निकाल लेते हैं। मोदी जी भी देख लें - राहुल गांधी जी का रायबरेली से सच्चा रिश्ता है। रायबरेली में एक और एक ग्यारह हो गया है और बीजेपी 'नौ दो ग्यारह' हो गई है।"
अखिलेश ने कहा, "बीजेपी के लोग बड़े घबराए हुए हैं। बीजेपी वालों ने जब से सुना है कि इंडिया गठबंधन गरीबों के लिए काम करने जा रहा है तब से वह राहुल गांधी जी के 'खटाखट-खटाखट' की नकल करने लगे हैं।"
प्रियंका गांधी ने कहा, '10 साल से देश की जनता प्रताड़ित हो रही है, न्याय के लिए पुकार रही है। लेकिन नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों, मजदूरों, महिलाओं, गरीबों की एक पुकार न सुनी। अब देश की पुकार है कि नरेंद्र मोदी की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंका जाए। रायबरेली की जनता पूरे देश को ये संदेश दे कि हम एक स्वच्छ राजनीति चाहते हैं।'
उन्होंने कहा, 'आज पूरा देश देख रहा है- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता एक सेना बनकर लड़ रहे हैं। इस बार इंडिया गठबंधन की जीत तय है। रायबरेली से मेरे परिवार का प्रेम का रिश्ता है, इस रिश्ते को अटूट रखने के लिए राहुल गांधी जी आपके प्रत्याशी बने हैं।'