महंगाई, जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी, बेरोज़गारी जैसे बड़े मुद्दों को लेकर कांग्रेस शुक्रवार को सड़क पर उतरी। कांग्रेस सांसदों ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला लेकिन उन्हें विजय चौक पर रोक लिया गया। इस मार्च में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पार्टी के कई सांसद शामिल हुए। सोनिया और राहुल के साथ ही कांग्रेस के सांसद भी काले कपड़े पहन कर मार्च में शामिल हुए।
लेकिन पुलिस ने राहुल गांधी व अन्य सांसदों को हिरासत में ले लिया। 65 सांसद सहित हिरासत में लिए गए कई कांग्रेस नेता क़रीब छह घंटे बाद शाम सात बजे छोड़े गए।
इससे पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के तमाम सांसदों ने संसद भवन परिसर में भी प्रदर्शन किया और खाद्य पदार्थों पर जीएसटी को वापस लेने की मांग की।
प्रियंका भी मैदान में उतरीं
दूसरी ओर कांग्रेस मुख्यालय पर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री आवास तक मार्च करने का एलान किया था। दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में बैरिकेडिंग लगाई थी और जवानों को तैनात किया था। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को तोड़कर आगे बढ़ गए। इसके बाद प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें जिस तरह धरने से उठाकर गाड़ी में डाला गया, उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी बड़े पैमाने पर इंतजाम किए थे और पुलिस ने कांग्रेस को प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी।
देश भर में प्रदर्शन
दिल्ली के अलावा भी देश में तमाम जगहों पर कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया है। बिहार, हैदराबाद, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों और शहरों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में पेट्रोल, डीजल, एलपीजी सिलेंडर, नमक, अरहर दाल, सोयाबीन तेल, सरसों तेल, चाय जैसी जरूरी चीजों के दामों में बढ़ोतरी हुई है और इससे देश का आम और खास वर्ग बुरी तरह हलकान है।
कांग्रेस ने कहा है कि 83 फीसद लोगों की आय घट गई है और मोदी सरकार रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ाकर जनता को प्रताड़ित कर रही है, इससे आम आदमी के घर का बजट बिगड़ गया है। पार्टी ने कहा है कि देश की जनता महंगाई से त्रस्त है और मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा भी पूरा नहीं किया।
बता दें कि दही, पनीर, लस्सी, चावल जैसे कई उत्पादों की कीमत अब बढ़ गई है। इन उत्पादों पर 5 फीसद जीएसटी लगाया गया है। खाद्य पदार्थों पर 5% जीएसटी लगाए जाने का राजनीतिक दलों ने विरोध किया था।
कांग्रेस ने कहा है कि 2019 के बाद से अब तक जरूरी चीजों के दामों में अच्छी खासी बढ़ोतरी हो चुकी है।
दिखाई ताकत
कांग्रेस ने बीते कुछ दिनों में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में सड़क पर उतर कर अपनी ताकत दिखाई है। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन किए और मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
महंगाई, जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों को लेकर संसद का मॉनसून सत्र भी अच्छा खासा हंगामेदार रहा है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने संसद के मॉनसून सत्र में इन मुद्दों को जोरशोर से उठाया है और मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की।