क्रूज ड्रग्स केस और आर्यन ख़ान के मामले में स्वतंत्र गवाह बताए जाने वाले केपी गोसावी की अब एनसीबी ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के साथ तसवीरें आई हैं। इस तसवीर को क्रूज जहाज पर छापा मारे जाने के दिन यानी 2 अक्टूबर का बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये तसवीरें सिटी पोर्ट के कार्यालय के अंदर की हैं। गोसावी वही शख्स है जिसकी एनसीबी कार्यालय में बेरोकटोक आने जाने को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इससे जुड़ी अब तक कई तसवीरें आ चुकी हैं। सवाल उठाने वाले इन तसवीरों से ही आर्यन ख़ान ड्रग्स मामले को फ़ेक क़रार दे रहे हैं। हालाँकि एनसीबी ने कोर्ट में अपनी दलीलें रखी हैं और यह मामला अदालत में चल रहा है।
एक तसवीर तो ख़ुद उसने आर्यन के साथ सेल्फी के रूप में ली थी। एक वीडियो भी आया था जिसमें वह आर्यन को फ़ोन पर किसी से बात कराते हुए दिखा था। इससे भी पहले वह आर्यन को कस्टडी में लिए जाने के दौरान पकड़कर ले जाते हुए दिखा था। इस पर लगातार सवाल उठता रहा है कि आख़िर एक गवाह की इतनी हैसियत कैसे हो सकती है या उसको इस तरह कैसे इजाजत दी जा सकती है। ताज़ा तसवीर गोसावी की समीर वानखेड़े के साथ है।
इन तसवीरों में गोसावी के साथ ही मनीष भानुशाली को भी देखा जा सकता है। भानुशाली एक बीजेपी कार्यकर्ता हैं और जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने ही क्रूज़ पर पार्टी के बारे में जानकारी दी थी जिसके बाद एनसीबी ने छापा मारा। सोशल मीडिया पर इन तसवीरों को शेयर किया गया है जिनमें समीर वानखेड़े के साथ गोसावी, भानुशाली और अन्य लोग नज़र आ रहे हैं। पहले आए एक वीडियो में गोसावी और भानुशाली को एनसीबी कार्यालय से निकलते हुए देखा गया थाा। इस वीडियो को नवाब मलिक ने शेयर किया था।
फ़िलहाल गोसावी ग़ायब है। जिस गोसावी को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने ड्रग भंडाफोड़ मामले में स्वतंत्र गवाह बताया है उसके ख़िलाफ़ धोखाधड़ी और जालसाजी के कम से कम चार एफ़आईआर दर्ज हैं। गोसावी उस समय चर्चा में आया था जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने कॉर्डेलिया क्रूज पर छापेमारी की थी। छापेमारी में एनसीबी ने शाहरूख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान को भी गिरफ्तार किया था। आर्यन को केपी गोसावी पकड़ कर एनसीबी दफ्तर ले जाता हुआ दिखाई दिया था।
बाद में गोसावी की आर्यन के साथ एक सेल्फी बहुत वायरल हुई थी और सवाल उठे थे कि आख़िर यह व्यक्ति कौन है। वह तसवीर एनसीबी मुंबई कार्यालय की थी। जब एनसीबी से गोसावी के बारे में पूछा गया तो एनसीबी ने साफ़ कर दिया कि वह एनसीबी का अधिकारी नहीं है। ऐसे में यह सवाल उठा कि जब गोसावी एनसीबी का अधिकारी नहीं था तो फिर आर्यन को एस्कॉर्ट करते हुए एनसीबी दफ्तर कैसे लेकर गया था।
इसके बाद गोसावी की तसवीर तब सामने आई थी जब इस मामले में गवाह प्रभाकर सेल ने हलफनामा दिया। उसमें उसने ख़ुद को गोसावी का बॉडीगार्ड बताया और आरोप लगाया कि छापे मारे जाने वाली जगह पर बुलाया गया तो वह पहुँचा था और उसने बात करते सुना कि 25 करोड़ की मांग की जाएगी, 18 करोड़ में सौदा तय किया जाएगा और इसमें से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिया जाएगा। हालाँकि सेल के इन आरोपों को समीर वानखेड़े ने खारिज कर दिया है।
इसी बीच एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें आर्यन के साथ ही गोसावी और कुछ अन्य लोग नज़र आ रहे हैं। उस वीडियो में दिखता है कि गोसावी फ़ोन से आर्यन की किसी से बात कराता है।
इन सब तसवीरों से इस पूरे मामले में एनसीबी की कार्रवाई पर सवाल उठे। इस मामले को एनसीपी नेता नवाब मलिक तो पहले से ही उठा रहे हैं। उन्होंने समीर वानखेड़े की कई तसवीरों को साझा कर आरोप लगाया है कि क्या यह सब उगाही के लिए किया गया है। नवाब मलिक ने आज भी एनसीबी के एक गुमनाम अधिकारी का ख़त जारी किया है जिसमें वानखेड़े और उनकी टीम पर वसूली के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालाँकि, वानखेड़े इन आरोपों को खारिज करते रहे हैं और ख़ुद को एक ईमानदार अफ़सर बताते हैं।