पटियाला में हिंदू व खालिस्तान समर्थक सिख संगठनों के बीच हुई झड़प के बाद हिंदू संगठनों की ओर से शनिवार को पटियाला बंद का आह्वान किया गया है। हालात को देखते हुए पुलिस व प्रशासन पटियाला में मौजूद है और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अफ़सरों पर हुई कार्रवाई
उधर, भगवंत मान सरकार ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। मान सरकार ने पटियाला में तीन बड़े अफसरों को हटा दिया है। इन अफसरों में पटियाला रेंज के आईजी, पटियाला जिले के एसएसपी और पटियाला के एसपी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि मुखविंदर सिंह छीना को पटियाला रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है जबकि दीपक पारिक जिले के नए एसएसपी होंगे। वजीर सिंह को नया एसपी बनाया गया है। इस मामले में अब तक कुल चार एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी हैं।
इंटरनेट बंद
हालात को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को पटियाला जिले में सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक बंद कर दिया गया है। हालांकि लोग फोन कॉल कर सकते हैं।
क्या हुआ था?
प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने खालिस्तान के समर्थन में मार्च निकालने का एलान किया था। इसके बाद शिव सेना (बाल ठाकरे) के पंजाब के कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला की ओर से 29 अप्रैल को खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने का एलान किया गया था।
पुलिस ने हालांकि किसी तरह का मार्च निकाले जाने की इजाजत नहीं दी थी लेकिन बावजूद इसके दोनों गुटों के लोग सड़क पर उतर आए और इस दौरान हालात तनावपूर्ण बन गए।
पटियाला के काली माता मंदिर पर पहुंचते ही दोनों गुटों में पथराव शुरू हो गया और इस दौरान तलवारें भी लहराई गईं। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की और पथराव व झड़प में कुछ लोग घायल हो गए।
हरीश सिंगला निष्कासित
उधर, हरीश सिंगला को शिव सेना (बाल ठाकरे) के प्रदेश अध्यक्ष योगराज शर्मा ने संगठन से निष्कासित कर दिया है। शुक्रवार शाम को हिंदू संगठनों की बैठक में काली माता मंदिर पहुंचे सिंगला से लोगों ने मारपीट की और उनकी गाड़ी तोड़ दी। सिंगला को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया था।
हालांकि इस मामले में सवाल पुलिस पर उठ रहे हैं कि उसने इन संगठनों का मार्च निकलने ही क्यों दिया।
इस मामले में विपक्ष ने भगवंत मान सरकार पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके पंजाब सरकार से कानून और व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि यह प्रयोग करने की जगह नहीं है।
इसी तरह शिरोमणि अकाली दल से लेकर बीजेपी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग व विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी लोगों से भाईचारे को बनाए रखने की अपील की है और मान सरकार पर सवाल उठाए हैं।
जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब विरोधी ताकतों को किसी भी कीमत पर पंजाब की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी।