ब्रिटेन की सड़कों पर फिलिस्तीनी झंडा लहराने वालों, फिलिस्तीन की आजादी की वकालत करने वाला गाना या नारा लगाना एक अपराध माना जा सकता है। इसको लेकर ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन का एक पत्र सामने आया है।
इसमें सुएला ब्रेवरमैन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों लिखे एक पत्र में, उनसे यहूदी समुदाय के सदस्यों को परेशान करने या डराने-धमकाने के लिए झंडे, गाने या स्वस्तिक का उपयोग करने के किसी भी प्रयास पर रोक लगाने का आग्रह किया है।
उनका यह पत्र इजरायलियों पर हमास के घातक हमलों और इसके बाद इजरायल की सैन्य प्रतिक्रिया के बाद सामने आया है। उनके इस आदेश ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने वालों और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को एक गंभीर चिंता में डाल दिया है।
पत्र में ब्रेवरमैन ने कहा कि पुलिस को खुद को प्रतिबंधित संगठन हमास को बढ़ावा देने से संबंधित संभावित अपराधों तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सिर्फ स्पष्ट हमास समर्थक प्रतीकों और नारे ही चिंता का कारण नहीं हैं।
मैं पुलिस को इजरायल विरोधी प्रदर्शनों में स्वस्तिक जैसे प्रतीकों की उपस्थिति पर कार्रवाई करने के लिए कहूंगी। उन्होंने कहा है कि फ़िलिस्तीनी झंडा लहराना,जो आम दिनों में वैध हो सकता है लेकिन तब वैध नहीं माना जाएगा जब आतंकवाद के कृत्यों का महिमामंडन किया जा रहा हो।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में किसी भी तरह से किसी यहूदी का उत्पीड़न किया जाता है तो पुलिस तुरंत और जरुरी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी विरोध प्रदर्शन में आपत्तिजनक तख्तियों, नारों या व्यवहारों जो सामुदायिक तनाव को बढ़ा सकते है को उत्पीड़न के रूप में माना जा सकता है।
यहूदी समुदाय ब्रिटेन में सुरक्षित महसूस करे इसके लिए पुलिस को सभी आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता उठा रहे सवाल
उनके इस पत्र पर मानवाधिकार कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं ब्रिटिश अखबार द गार्जियन की एक रिपोर्ट में इस पत्र को लेकर जानकारी दी गई है। पुलिस अधिकारियों को लिखे पत्र में ब्रैवरमैन ने कहा है कि मैं आपसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह करूंगी कि आपकी फोर्स हमारे समुदायों में अव्यवस्था और संकट को रोकने के लिए सभी उपलब्ध शक्तियों का उपयोग करें। ।यदि कोई ऐसी घटना होती है जो आपराधिक स्तर तक पहुंचती है तो आपके अधिकारी कार्रवाई करेंगे। उनके इस पत्र पर मानवाधिकार कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस प्रमुख अपनी शक्तियों और कर्तव्यों को जानते हैं। कठिन और खतरनाक समय में पुलिस व्यवस्था के राजनीतिकरण से चिंतित और कमजोर अल्पसंख्यक समुदायों को सुरक्षित नहीं बनाया जा सकता है।
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रेवरमैन का यह पत्र तब लिखा गया था जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा था कि इज़राइल पर हमले के बाद, ब्रिटेन में हमास का समर्थन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी
इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच दुनिया के कई देशों में फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस और रैलियां निकाली जा रही हैं।