एनसीपी (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने बारामती में ईवीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। सुप्रिया सुले बारामती से चुनाव लड़ रही हैं। उनके ख़िलाफ़ उनके अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार चुनाव मैदान में हैं। अजित पवार शरद पवार से बगावत कर बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ सरकार में शामिल हो गए हैं और इस इस तरह उनकी पार्टी बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल है।
बारामती में 7 मई को वोटिंग हो चुकी है। इस वक्त ईवीएम को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है। इन्हीं ईवीएम को लेकर शिकायत की गई है। सुप्रिया सुले ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि मतदान के बाद जिस गोदाम में ईवीएम रखे गए थे, वहां के सुरक्षा कैमरे आज 45 मिनट के लिए बंद कर दिए गए थे।
सीसीटीवी के इतने लंबे समय तक बंद रहने पर सवाल उठाते हुए सुले ने इसको 'बेहद संदिग्ध' घटना बताया। उन्होंने इसको चुनाव आयोग की एक बड़ी चूक बताया। उन्होंने कहा, 'बारामती लोकसभा क्षेत्र के मतदान के बाद एक गोदाम में जहां ईवीएम रखी गई हैं, वहां का सीसीटीवी आज सुबह 45 मिनट के लिए बंद कर दिया गया था। यह संदेहास्पद है कि जहां ईवीएम जैसी अति महत्वपूर्ण चीज रखी हुई है वहां सीसीटीवी बंद है। साथ ही, यह एक बड़ी चूक है।'
उन्होंने कहा, 'जब उनके चुनाव प्रतिनिधियों ने संबंधित अधिकारियों और प्रशासन से संपर्क किया तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसके अलावा उस जगह पर तकनीशियन भी उपलब्ध नहीं है।'
सुप्रिया सुले ने आरोप लगाया कि उनके चुनाव प्रतिनिधियों को वहां रखी गई ईवीएम की स्थिति का निरीक्षण करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
शरद पवार की पार्टी की नेता ने कहा, 'चुनाव आयोग को तुरंत इस पर ध्यान देना चाहिए और उन कारणों का खुलासा करना चाहिए कि सीसीटीवी क्यों बंद किया गया। इसके अलावा, घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।'
सुप्रिया सुले के चुनाव प्रतिनिधि लक्ष्मीकांत खाबिया ने आरोप लगाया कि भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में सुबह 10.30 से 11.15 बजे के बीच सीसीटीवी बंद कर दिए गए थे। एचटी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'चुनाव अधिकारियों ने हमें बताया कि सीसीटीवी चौबीस घंटे काम करेंगे। हमारी पार्टी के प्रतिनिधियों को निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया है। सोमवार को हमें एक अलर्ट मिला कि सीसीटीवी लगभग 45 मिनट के लिए बंद कर दिए गए थे। हमने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की। पुलिस प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया है, लेकिन हम बारामती के रिटर्निंग ऑफिसर को एक आवेदन सौंपेंगे।'
न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार इस आरोप पर बारामती रिटर्निंग ऑफिसर कविता द्विवेदी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के दृश्यों को दिखाने वाली स्क्रीन को तकनीशियन द्वारा कुछ समय के लिए अनप्लग कर दिया गया था, लेकिन कैमरे काम कर रहे थे।
एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव अधिकारियों ने साफ़ किया कि सुबह परिसर में बिजली के कुछ काम के दौरान कैमरों की एक केबल को थोड़े समय के लिए हटाना पड़ा था।