आश्रम-3: बजरंग दल के बचाव में एमपी के गृहमंत्री? 'शूटिंग से पहले स्क्रिप्ट दिखाएँ'

08:02 pm Oct 25, 2021 | संजीव श्रीवास्तव

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा वेब सीरिज ‘आश्रम- 3’ पर उत्पात मचाने वाले बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों का संकेतों में बचाव करते नज़र आए। हालाँकि उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है, उन्होंने यह भी कहा कि-‘राज्य सरकार ऐसे नियम बनायेगी कि धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य मध्य प्रदेश में फ़िल्माए नहीं जा सकेंगे।’

प्रकाश झा की वेब सीरिज ‘आश्रम- 3’ की शूटिंग के दौरान भोपाल में रविवार को बजरंग दल ने जमकर उत्पात मचाया था। वेब सीरिज के कई दृश्यों और सीरिज के शीर्षक का विरोध करने पहुँचे बजरंग दल के प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए थे। उन्होंने प्रकाश झा प्रोडक्शन हाउस के कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। वैनिटी वैन समेत कई वाहनों और प्रोडक्शन के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों, कैमरों में तोड़फोड़ की थी। झा की कंपनी के कई लोग इसमें घायल हो गए थे।

 

 

इसी मामले में नरोत्तम मिश्रा ने कहा है, ‘मध्य प्रदेश की सरकार फ़िल्मों की शूटिंग के लिए राज्य में आने वाले फ़िल्मकारों के स्वागत और उन्हें तमाम सुविधाएँ दिए जाने के अपने निर्णय पर अडिग है। मगर अब बहुत शीघ्र ऐसी नीति लागू की जाएगी जिससे विवाद पैदा होने की गुजाइंश ही नहीं रहेगी। हम फ़िल्मकारों से स्क्रिप्ट मांगेंगे। साफ-सुथरी और ग़ैर विवादित स्क्रिप्टस को फ़िल्माने की अनुमति देने का प्रावधान होगा।’

‘दूसरे धर्म का अपमान करके दिखाएँ प्रकाश झा’

नरोत्तम मिश्रा ने ‘आश्रम- 3’ और उसके दृश्यों पर खुलकर आपत्ति भी जताई। फ़िल्मकार प्रकाश झा को सीधी नसीहत दी कि वे और उनकी टीम हिन्दू धर्म की तरह दूसरे धर्मों को लेकर ऐसे दृश्य फ़िल्माएँ या नाम रखें तो मानें। मिश्रा ने कहा, ‘हिन्दू धर्म की भावनाओं को तो कोई भी आहत कर देता है। दूसरे धर्म की भावनाओं के ख़िलाफ़ फ़िल्में बनाएँ तब मालूम हो जाएगा।’

 

बता दें कि एक दिन पहले आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान आधी रात तक यह पूरा विवाद चला था। भोपाल डीआईजी इरशाद वली की अगुवाई में मौक़े पर पहुँचे भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा था। प्रकाश झा और उनकी कंपनी के लोगों ने किसी भी तरह की कोई शिकायत पुलिस में करने से इनकार कर दिया था।

 

पुलिस ने अपने स्तर पर संज्ञान लेते हुए धारा 151 के तहत प्रकरण दर्ज करते हुए चार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपी फरार हो गए हैं जिन्हें तलाश लिया जाएगा।
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दूसरी लोकेशन पर शूटिंग

प्रकाश झा ने पूरे घटनाक्रम के बाद तड़के तीन बजे भोपाल में दूसरी लोकेशन पर कई दृश्य शूट किए थे। इधर सोमवार दोपहर बाद से लेकर देर शाम तक भी प्रकाश झा और उनकी टीम अन्य लोकेशनों पर वेबसीरिज से जुड़ी शूटिंग करती रही। शूटिंग में किसी तरह का कोई व्यवधान या खलल पैदा नहीं किया गया। प्रकाश झा ने घटनाक्रम को 24 घंटे से ज़्यादा का वक़्त बीत जाने के बाद भी अपनी ओर से कोई रिपोर्ट पुलिस में नहीं की है। वे मीडिया से भी दूरी बनाए हुए हैं।

भोपाल डीआईजी वली ने मीडिया से इस बात की पुष्टि की है कि किसी भी तरह की रिपोर्ट प्रकाश झा अथवा उनके प्रोडक्शन हाउस की ओर से पुलिस में अभी तक नहीं की गई है। रविवार को हुए घटनाक्रम की जांच पुलिस कर रही है। जो भी आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश किए जाने का दावा भी वली ने मीडिया से किया।

 

 

दिग्विजय सिंह ने लिया आड़े हाथ

पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह ने पूरे घटनाक्रम पर बजरंग दल और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। एक के बाद एक उन्होंने कई ट्वीट किए।

सिंह ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘संघ का बजरंग दल आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का दल बन चुका है। मंडला में पिछले वर्ष कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के सोनू परोचिया को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहले गोली मार दी थी और बाद में जीप चढ़कार उसे रौंद कर मार डाला था। कुल छह अपराधी पकड़े गए थे। चार को जमानत मिल गई थी। प्रशासन ने अपील नहीं की थी।’

 

 

 

दिग्विजय सिंह ने अन्य ट्वीट में कहा, ‘भोपाल फ़िल्मों की शूटिंग के लिए काफ़ी लोकप्रिय हो गया है। प्रकाश झा देश के ख्याति प्राप्त फ़िल्म निर्माता हैं। क्या प्रकाश झा यूनिट को भोपाल पुलिस द्वारा संरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए था? मुख्यमंत्री जी/गृह मंत्री जी- मध्य प्रदेश की जनता आपके पाले हुए गुण्डों को कब तक बर्दाश्त करेगी?’

 

 

बीजेपी विधायक का पलटवार

दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बीजेपी के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। अपने जवाबी ट्वीट में शर्मा ने सिंह को नसीहत देते हुए कहा, ‘आश्रम पर वेब सीरिज बनाने वाले क्या कभी मदरसों पर वेब सीरिज बनाने की औकात रखते हैं?’

शर्मा ने इसी ट्वीट में आगे कहा, ‘ईद पर जबलपुर में पुलिस पर हमला करने वाले कठमुल्ले क्या थे/हमला करने वाले क्या थे - राजा साहब? शांति दूत? उस दिन आपकी ट्विटर की चिड़िया क्यों नहीं चहकी?’