मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने सोशल मीडिया के जरिए सेक्सटॉर्शन रैकेट चलाने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह बॉलीवुड की भी कई नामचीन हस्तियों से करोड़ों रुपये वसूल चुका है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने ओडिशा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक नाबालिग समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है।
साइबर सेल को अभियुक्तों से 250 से अधिक अश्लील वीडियो भी मिले हैं। पुलिस की जांच में पता लगा है कि इन अभियुक्तों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की वसूली की है।
पिछले 6 महीनों में मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल से कई लोगों ने शिकायत की थी कि उनसे सोशल मीडिया के जरिए वसूली की गई है। साइबर सेल ने जब जांच का दायरा बढ़ाया तो उसके पास और दूसरे पीड़ित भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचने लगे।
फर्जी अकाउंट बनाए थे
मुंबई क्राइम ब्रांच के चीफ मिलिंद भारंबे का कहना है कि अभियुक्त सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लड़कियों के नाम से फर्जी अकाउंट बनाते थे और अच्छी जगह काम करने वाले पुरुषों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा करते थे। आरोपी हमेशा हाई प्रोफाइल और अमीर लोगों से संबंध बनाने में ज्यादा दिलचस्पी रखते थे क्योंकि उनसे वसूली की रकम ज्यादा मिलने का भरोसा होता था।
मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया है कि अभियुक्तों ने 12 फर्जी अकाउंट और छह फर्जी ईमेल आईडी बना रखी थीं। इनका इस्तेमाल सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के लिए किया जाता था।
चैटिंग, वीडियो कॉल
अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि वे किसी एक एक व्यक्ति से पहले कई महीनों तक चैटिंग किया करते थे और लोगों को जब उनपर भरोसा हो जाता था तो उन्हें वीडियो कॉल किया करते थे। इसके बाद अभियुक्त जिस भी व्यक्ति से वीडियो चैट किया करते थे, उसे कपड़े उतारने को कहते थे। जब सामने वाला व्यक्ति कपड़े उतार देता था तो उसका वीडियो बनाकर उस व्यक्ति को ब्लैकमेल किया करते थे।
क्राइम ब्रांच की जांच में पता लगा है कि इन अभियुक्तों ने करीब 100 से भी ज्यादा छोटे-बड़े फ़िल्मी सितारों को निशाना बनाया था, जिसमें बॉलीवुड के एक मशहूर अभिनेता का नाम भी शामिल है। इसके अलावा इस गिरोह ने महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, पुणे, नागपुर और दूसरे राज्यों के पुरुषों को भी अपना निशाना बनाया था।
जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह ज्यादातर इंस्टाग्राम पर मौजूद लोगों को निशाना बनाता था। इस गिरोह ने सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये वसूले हैं।
नेपाल में खोला था खाता
मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल के मुताबिक़, अभियुक्तों ने वसूली की रकम लेने के लिए नेपाल में एक बैंक खाता भी खोला हुआ था। अभियुक्तों ने पुलिस को बताया है कि नेपाल में जो बैंक अकाउंट खोला गया था वह भी फर्जी कागजात के जरिए खोला गया था। ताकि जांच एजेंसियां उन तक ना पहुंच पाएं।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में एक अभियुक्त इंजीनियर है। इसी इंजीनियर ने जांच एजेंसियों से बचने के लिए भारत में अकाउंट नहीं खोला क्योंकि उसे पता था कि अगर जांच एजेंसियां इस गिरोह तक पहुंची तो भारत में उनका अकाउंट बंद हो जाएगा। यही कारण है कि उन्होंने नेपाल में बैंक अकाउंट खोलने का फैसला किया।
जैसे-जैसे साइबर सेल की जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे इन अभियुक्तों से नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं।