शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि ईडी उन्हें और उनके परिवार को परेशान कर रही है। राउत ने कहा है कि क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को गिराने में मदद करने से इनकार कर दिया, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। राउत ने मंगलवार को राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू को लिखे पत्र में यह बात कही है।
संजय राउत ने कहा है कि ईडी और दूसरी जांच एजेंसियां अब अपने राजनीतिक आकाओं की कठपुतली बन कर रह गई हैं।
शिवसेना नेता ने लिखा है कि इन एजेंसियों के अफसरों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि उनके आकाओं ने उनसे उन्हें (संजय राउत को) ‘ठीक करने’ के लिए कहा है।
राउत ने पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें इस बात की धमकी दी गई कि अगर वह राज्य में मध्यावधि चुनाव कराने में मदद नहीं करते हैं तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा।
ईडी ने कुछ दिन पहले राउत के करीबी और कारोबारी प्रवीण रावत को गिरफ्तार कर लिया था। तब राउत ने कहा था कि वह नहीं झुकेंगे।
शिवसेना नेता ने राज्यसभा के सभापति को लिखे पत्र में आगे कहा है कि एक महीने पहले कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया और कहा कि वह महाराष्ट्र की राज्य सरकार को गिराने में मदद करें जिससे राज्य के अंदर मध्यावधि चुनाव हो सकें। शिवसेना सांसद ने लिखा है कि उन्होंने इससे इनकार कर दिया और इसके बाद उन्हें चेताया गया की उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
संजय राउत के मुताबिक, उनसे यह भी कहा गया कि उनका हाल एक पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री की तरह हो जाएगा जिन्हें कई साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने पड़े थे। उनके अलावा महाराष्ट्र सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों और राज्य के दो वरिष्ठ नेताओं के बारे में भी कहा गया कि उन्हें भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
संजय राउत ने इस पूरे पत्र को टि्वटर पर सत्यमेव जयते लिखकर पोस्ट किया है। शिवसेना सांसद ने लिखा है कि उनके परिवार के पास मुंबई के अलीबाग में लगभग 1 एकड़ जमीन है जो 17 साल पहले खरीदी गई थी लेकिन जिन लोगों ने यह जमीन उनके परिवार को बेची थी, उन्हें ईडी और अन्य एजेंसियों के द्वारा धमकाया जा रहा है कि वह उनके खिलाफ बयान दें।
राउत ने सनसनीखेज दावा करते हुए लिखा है कि उनके खिलाफ बयान न देने पर जांच एजेंसियों ने अब तक 28 लोगों को पकड़ लिया है और गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है।
शिवसेना सांसद ने यह भी लिखा है कि उनकी बेटी की शादी में सजावट करने वालों को और अन्य वेंडर्स को भी समन किया जा रहा है, धमकाया जा रहा है और उन पर इस बात के लिए दबाव बनाया जा रहा है कि वह यह बयान दें कि उन्हें 50 लाख रुपये कैश दिया गया।
सरकार गिराने के दावे
महाराष्ट्र में जब से महा विकास आघाडी की सरकार बनी है आघाडी सरकार में शामिल नेता दावा करते रहे हैं कि उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। इसमें केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल होने के भी आरोप लगाए जाते रहे हैं। कई बार महाराष्ट्र में बीजेपी के बड़े नेता भी दावा करते रहे हैं कि जल्द ही उद्धव ठाकरे सरकार गिर जाएगी और राज्य में मध्यावधि चुनाव होंगे हालांकि अब तक इस तरह के दावे बेअसर ही साबित हुए हैं।