वानखेड़े की पत्नी ने लिखी उद्धव को चिट्ठी, कहा- आज बाला साहेब होते तो...

01:46 pm Oct 28, 2021 | सोमदत्त शर्मा

क्रूज़ ड्रग्स केस में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अफ़सर समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मोर्चा खोला हुआ है। नवाब मलिक समीर वानखेडे के धर्म को लेकर भी उन्हें लगातार घेरते हुए नजर आ रहे हैं। इसी से खफा होकर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी है। 

चिट्ठी में क्रांति ने लिखा है कि शिव सेना के राज में एक महिला की निजता का हनन हो रहा है। उसे सोशल मीडिया पर बेइज्जत किया जा रहा है। क्रांति ने लिखा है कि अगर आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित तौर पर वह ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने देते।

आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से एनसीबी के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े उद्धव सरकार के निशाने पर हैं। विशेषकर नवाब मलिक हर रोज समीर वानखेड़े को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। नवाब मलिक ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि समीर वानखेड़े ने मुसलिम बनकर शादी की थी लेकिन उन्होंने नौकरी दलित कोटे से हासिल की थी। इसके बाद वानखेड़े पर फर्जीवाड़े के भी आरोप लगने लगे हैं।

गरिमा के साथ खिलवाड़

इन सभी आरोपों से तंग आकर ही क्रांति रेडकर ने उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर अपना पक्ष रखा है। चिट्ठी में क्रांति ने लिखा है कि शिव सेना के राज में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है, उसके धर्म का मजाक बनाया जा रहा है। 

क्रांति ने चिट्ठी में लिखा, “माननीय उद्धव ठाकरे साहब, बचपन से मराठी आदमी के न्याय और हक के लिए लड़ने वाली शिव सेना को देखते हुए एक मराठी लड़की बड़ी हुई है। छत्रपति शिवाजी महाराज और बाला साहेब ठाकरे के आदर्शों से सीखा कि किसी पर अन्याय मत करो और खुद पर अन्याय मत सहो। उसी को देखते हुए आज मैं मेरी निजी जिंदगी पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूती से खड़ी हूँ और लड़ रही हूँ। लोग सोशल मीडिया पर मेरी खिल्ली उड़ा रहे हैं।”

नवाब मलिक पर निशाना 

क्रांति ने चिट्ठी में आगे लिखा, मैं एक कलाकार हूँ, “राजनीति मुझे समझ नहीं आती है और ना ही मुझे उसमें पड़ना है।” नवाब मलिक पर निशाना साधते हुए क्रांति ने लिखा है कि हमारा कुछ भी संबंध ना होते हुए रोज सुबह हमारी इज्जत उतारी जाती है, आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता।

क्रांति ने चिट्ठी में आगे लिखा है कि एक महिला और उसके परिवार पर निजी हमले दिखाते हैं कि कितनी निचले स्तर तक की राजनीति हो रही है और ये उनके विचारों से रोजाना हम तक पहुंच रही है।

उद्धव में बाला साहेब की परछाई 

क्रांति ने बाला साहेब को याद करते हुए लिखा, “आज वो नहीं हैं, पर आप हैं, हम आपमें उनकी परछाई देखते हैं। आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा भरोसा है कि आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे। मुझे आप पर पूरा विश्वास है इसलिए एक मराठी माणुस होने के नाते आज आपकी तरफ अपेक्षा से देख रही हूँ। मेरी आपसे विनती है कि आप मेरे लिए न्याय करें।”

मलिक का गंभीर आरोप 

बता दें कि नवाब मलिक ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके समीर वानखेड़े पर दलित का हक छीनकर नौकरी लेने का बड़ा आरोप लगाया था। मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि समीर वानखेड़े ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र के जरिए अनुसूचित जाति की कैटगरी में इंडियन रेवेन्यू सर्विस की नौकरी हासिल की थी। 

क्रांति ने दिया था जवाब 

मलिक ने कहा था कि कहीं ना कहीं समीर वानखेड़े ने एक दलित का हक छीना था जिसके चलते उन्हें अनुसूचित जाति की कैटेगरी में नौकरी मिली थी। हालांकि समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति ने नवाब मलिक के सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया था और कहा था कि समीर वानखेड़े का परिवार शुरू से ही हिंदू है। 

क्रांति ने पलटवार करते हुए कहा था, “मैं और मेरे पति समीर जन्म से हिंदू हैं। हमने कभी किसी अन्य धर्म में धर्मांतरण नहीं किया। हम दोनों सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। समीर के पिता भी हिंदू हैं जिन्होंने मेरी मुसलिम सास से शादी की थी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं।” 

समीर की पहली शादी विशेष विवाह अधिनियम के तहत हुई थी, दोनों का साल 2016 में तलाक हो गया था।