महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद उन्होंने अपने आपको आइसोलेट कर लिया है। कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ठाकरे के कोविड पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। इससे पहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे।
बुधवार दोपहर को उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कमलनाथ की मुलाकात होनी थी लेकिन उद्धव ठाकरे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यह मुलाकात रद्द हो गई है।
कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है लिहाजा डॉक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें 8 मंत्री गैर हाजिर रहे।
भंग होगी विधानसभा?
महाराष्ट्र में हर पल सियासी समीकरण बदलते जा रहे हैं। एक ओर जहां शिवसेना के बागी विधायक सूरत से गुवाहाटी चले गए हैं। वहीं, दूसरी ओर शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने महाराष्ट्र में चल रही अनिश्चितता को और बढ़ा दिया है। राउत ने ट्वीट करके कहा है कि महाराष्ट्र में जिस तरह का राजनीतिक संकट चल रहा है वह विधानसभा भंग होने की ओर ले जा रहा है।
इससे साफ हो गया है कि शिवसेना ने बागी विधायक एकनाथ शिंदे के सामने हथियार डाल दिए हैं और अब महाराष्ट्र की विधानसभा भंग हो सकती है। राजनीतिक पंडित राउत के इस ट्वीट का सिर्फ एक ही मतलब निकाल रहे हैं कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार अब खत्म होने की दिशा में है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने टि्वटर हैंडल के बायो से मंत्री होने का जिक्र हटा दिया है।
पाटील को लगाई फटकार
सूत्रों का कहना है कि शरद पवार ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील को जमकर फटकार लगाई है। पवार ने पाटील से पूछा कि 40 से ज्यादा विधायक और मंत्री मुंबई से बाहर चले गए लेकिन सुरक्षा विभाग सोता रहा और उसे कानों कान खबर नहीं लगी।
जिस तरह एकनाथ शिंदे के साथ 40 से भी ज्यादा विधायकों का समर्थन हो गया है उससे ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार का अंत नजदीक आ गया है।