मुंबई में मंत्रालय परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में ठाकरे सरकार ने इसकी जाँच के आदेश दे दिए हैं। शराब की खाली बोतलें मिलने के बाद बीजेपी ने भी सरकार पर हमला बोल दिया है।
बीजेपी ने उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मंत्रालय में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी होती है और सघन तलाशी के बाद ही आम लोगों को अंदर भेजा जाता है। ऐसे में करीब दो दर्जन शराब की बोतलें अंदर कैसे पहुंचीं, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, मंगलवार को जैसे ही मंत्रालय खुला सफाई कर्मचारियों ने सबसे पहले शराब की इन खाली बोतलों को देखा। सफाई कर्मचारियों ने फौरन इस बात की जानकारी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
जांच के आदेश
बोतलों के मिलने के बाद मंत्रालय के अफसरों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फौरन ही इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को दी गई। सामान्य प्रशासन विभाग के राज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे ने ‘सत्य हिन्दी’ से बातचीत में कहा कि हो सकता है कि इन शराब की बोतलों का इस्तेमाल मंत्रालय में कामकाज कर रहे मजदूरों ने किया होगा, लेकिन इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
बरामद हुई शराब की खाली बोतलें मंत्रालय की निचली मंजिल पर कैंटीन की ओर जाने वाली सीढ़ियों के नीचे रखी हुई थीं। ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि शराब का इस्तेमाल कैंटीन के आसपास ही किया गया होगा। जिस जगह शराब की बोतलें मिली हैं, वहीं पर मुख्यमंत्री, कई मंत्रियों और मुख्य सचिव के दफ़्तर भी हैं।
सीसीटीवी कैमरे खंगालेंगे
राज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे से मंत्रालय की सुरक्षा में चूक के मामले पर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा जारी वैध पास के बिना मंत्रालय में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता। भरणे का कहना है कि जिस जगह से यह खाली बोतलें मिली हैं वहां के सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों तक जल्द पहुंचा जाएगा।
बीजेपी को मिला मौक़ा
उधर, विपक्षी दल बीजेपी को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया। इस मामले में महाराष्ट्र बीजेपी के उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष संजय पांडे ने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार ने मंत्रालय को मदिरालय बना दिया है। पांडे ने कहा कि उद्धव ठाकरे के राज में मंदिरों पर ताला है और मदिरालय का बोलबाला है। शराब की बोतलें बरामद होने की घटना राज्य की प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने वाली है।
वहीं, शिव सेना के धुर विरोधी और बीजेपी विधायक नितेश राणे ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, ‘मुझे मंत्रालय में शराब की बोतलें मिलने पर कोई आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि नाइटलाइफ गैंग का मंत्री वहीं रहता है इसलिए वहां शराब, पार्टी और बहुत कुछ हुआ होगा।’ उन्होंने आगे लिखा कि मंत्रालय में दाखिल होने से पहले लोगों की कोरोना जांच के साथ-साथ शराब की भी जांच की जानी चाहिए खासकर पेंग्विन गैंग की।
बीजेपी प्रवक्ता राम कदम का कहना है कि राज्य सरकार को शराब के कारोबारियों की काफी चिंता है जिसका नतीजा है कि अब मंत्रालय में शराब की बोतलें मिलने लगी हैं। कदम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच हो और सरकार दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे।