महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए आज से कर्फ्यू जैसी पाबंदी लगेगी। धारा 144 लागू की जा रही है। इस दौरान सिर्फ़ ज़रूरी सेवाएँ ही जारी रहेंगी। यह सख़्ती एक मई तक लागू रहेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर बन रहे हालात पर राज्य के लोगों को संबोधित किया। ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना काबू से बाहर हो रहा है और उन्होंने कई लोगों से चर्चा की है लेकिन अब चर्चा का वक़्त निकल चुका है।
ठाकरे ने कुछ कड़े क़दम उठाने का एलान किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए इस तरह के प्रतिबंध लगाने ही होंगे। उन्होंने कहा कि ये प्रतिबंध लॉकडाउन की ही तरह हैं और 14 अप्रैल की रात 8 बजे से अगले 15 दिन के लिए लागू होंगे। उन्होंने लोगों से सहयोग करने की अपील की। ठाकरे ने कहा, “पूरे राज्य में धारा 144 लागू की जा रही है, बिना ज़रूरत के आना-जाना बंद किया जा रहा है, अगर ज़रूरी काम नहीं है तो लोग घरों से बाहर नहीं निकलें और लोग इसका वचन दें। हमें कोरोना वॉरियर्स की मदद करनी है।” उन्होंने कहा कि कल रात से ब्रेक द चेन मुहिम शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा, “दफ़्तर बंद रहेंगे। लोकल और बसों को बंद नहीं किया जा रहा है लेकिन ये सिर्फ़ अति आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के लिए ही चालू रहेंगी। नगर निगम के कर्मचारी और बाक़ी ज़रूरी सेवाओं में लगे कर्मचारी बाहर जा सकेंगे। ऑटो, टैक्सी भी चालू रहेंगी। बैंक, ई-कॉमर्स सेवाएं चालू रहेंगी।” उन्होंने कहा कि होटल और रेस्तरां में बैठकर खाना नहीं खा पाएंगे और होम डिलीवरी और टेक अवे की ही सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हमें भीड़ इकट्ठी नहीं करनी है और अनावश्यक ट्रांसपोर्टेशन को भी रोकना है। राज्य सरकार 7 करोड़ लोगों को राशन की दुकानों से 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल एक महीने के लिए मुफ़्त देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “1200 मीट्रिक टन में से 950 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का इस्तेमाल कोरोना के मरीजों के लिए किया जा रहा है। बीच में रेमडिसवर की मांग कम हो गई थी लेकिन अब इसकी मांग फिर से बढ़ने लगी है। हमने केंद्र सरकार से मांग की है कि हमें ऑक्सीजन की ज़रूरत है। बाकी राज्यों से भी हम ऑक्सीजन मंगा रहे हैं।”
शिव सेना प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभाल रहे ठाकरे ने कहा, हम संक्रमित मरीजों और मौतों की संख्या नहीं छुपा रहे हैं और इसे लोगों के सामने रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने महाराष्ट्र में परीक्षाओं को बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा, “हमारी केंद्र सरकार से मांग की है कि जीएसटी के रिटर्न फ़ाइल करने की तिथि तीन महीने तक बढ़ा दी जाए। कोरोना के कारण जिन लोगों के सामने आर्थिक संकट आ रहा है क्या उन्हें केंद्र सरकार से कोई मदद मिल सकती है।”
ठाकरे ने कहा, “हमें टीकाकरण को बढ़ाना ही होगा। इस बार के हालात पिछली बार से अलग हैं और इस बार आरोग्य सुविधाएं कम पड़ रही हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ऑक्सीजन, क्वारेंटीन, आइसोलेशन, आईसीयू के बेड्स बढ़ा रही है और प्रभावित इलाक़ों- पुणे, विदर्भ में भी सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के लिए यह वक़्त राजनीति करने का नहीं है, हम सभी को एक साथ आकर लड़ना होगा।
ठाकरे ने कहा कि कार्ड होल्डर रिक्शा वालों को हम 1500 रुपये की सहायता देंगे। हम आदिवासियों को 2000 रुपये की आर्थिक मदद देंगे। रजिस्टर्ड फेरी वालों को भी आर्थिक मदद दी जाएगी।