एक समय शरद पवार के विश्वस्त लोगों में से एक रहे छगन भुजबल ने अब शरद पवार पर तीखा हमला बोला है। शरद पवार पर उनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब शरद पवार ने रविवार को भुजबल के निर्वाचन क्षेत्र येवला में रैली की थी और उन्होंने छगन भुजबल को विधायक बनाने के लिए लोगों से माफी मांगी थी। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए भुजबल ने कहा कि अगर वह इसी तरह माफी मांगते रहे, तो उन्हें कई अन्य स्थानों पर जाना होगा और इसी तरह खेद व्यक्त करना होगा।
एनसीपी में बगावत करने वाले और शिंदे सेना व बीजेपी की गठबंधन सरकार में शामिल होने वाले अजित पवार वाले खेमे के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि शायद शरद पवार सोचते हैं कि इस पार्टी की टूट के पीछे मैं हूं, लेकिन ये सच नहीं हैं। उन्होंने कहा है, एनसीपी के टूटने में मेरा कोई लेना देना नहीं है। भुजबल ने यह भी कहा कि प्रफुल्ल पटेल दिल्ली में शरद पवार के सहयोगी हैं, अजित पवार उनके परिवार के हैं और दिलीप वलसे पाटील उनके क़रीबी हैं।
बता दें कि भुजबल एनसीपी के उन 8 बागी नेताओं में से थे, जो शरद पवार के भतीजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल हुए थे। तब महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल आ गया था जब अजित पवार ने बीच में ही एनसीपी को तोड़ दिया और भुजबल, प्रफुल्ल पटेल और हसन मुश्रीफ सहित 8 साथी विधायकों और शीर्ष नेताओं के साथ एनडीए सरकार में शामिल हो गए।
अजित पवार ने जहां शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं उनके साथी असंतुष्टों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में भुजबल भी शामिल थे।
भुजबल ने येवला में शरद पवार की रविवार की रैली को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आप येवला क्यों आए, मैं यह समझ नहीं सका। भुजबल ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि शरद पवार येवला आए, लेकिन वलसे पाटील के निर्वाचन क्षेत्र की रैली में नहीं गए।
इससे पहले शरद पवार ने नासिक के येवला में एक रैली में कहा था कि भुजबल को निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नियुक्त करने का उनका निर्णय गलत था।
येवला से भुजबल को मैदान में उतारने के अपने फ़ैसले के लिए लोगों से माफ़ी मांगते हुए शरद पवार ने कहा था, 'मैं यहाँ आप सभी से माफी मांगने आया हूं। मेरा फैसला गलत था, आपने मुझ पर भरोसा किया और मेरी पार्टी को वोट दिया लेकिन मेरा फैसला (येवला से छगन भुजबल को विधायक बनाना) विफल रहा।'
इस बयान पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए भुजबल ने कहा, 'उन्हें माफी नहीं मांगनी चाहिए थी क्योंकि लोग येवला में खुश हैं। उन्होंने मुझे चार बार चुना। अगर वह इस तरह माफी मांगेंगे तो उन्हें अन्य कई स्थाोनों पर लोगों के पास जाना होगा और इसी तरह खेद जताना होगा।' भुजबल ने पवार को चेतावनी देते हुए कहा कि वे जल्द ही कई बड़े खुलासे करेंगे। तो सवाल है कि ऐसा कौन सा राज है जिसका खुलासा करने की बात भुजबल कर रहे हैं?