मध्य प्रदेश के नीमच से अब बेहद विकृत 'तालिबानी चेहरा' सामने आया है। चोरी के शक में एक आदिवासी युवक को स्थानीय लोगों ने मौत के घाट उतार डाला है।
पुलिस ने वारदात को अंजाम देने के आरोप में चार दंबगों को गिरफ़्तार कर लिया है, जबकि चार अन्य की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, घटना नीमच ज़िले के सिंगोली थाना में घटित हुई है। थाना क्षेत्र के बाणदा गाँव के निवासी कान्हा उर्फ कन्हैया भील को चोरी के शक में पकड़ा गया और फिर उसे यातनाएँ दी गईं।
कान्हा हाथ-पैर जोड़ता रहा। जान बख्शने की भीख माँगता रहा। निशाना बनाने वालों ने उसकी एक नहीं सुनी। मारपीट के बाद कान्हा के हाथ-पैर बाँधकर एक लोडिंग ट्रक से बाँधकर घसीटा गया।
क्या हुआ?
ट्रक में बाँधकर घसीटे जाने से जब वह बुरी तरह जख़्मी हो गया उसके बाद उसकी लात-घूसों से पिटाई की गई। पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर वायरल किया गया।
आदिवासी युवक के घायल होने की सूचना डायल 100 को दी गई। पुलिस मौके पर पहुँची और जाँच की तो सामने आया कि फोन करने वालों ने ही कान्हा को बेइंतहा यातनाएँ दीं।
कान्हा को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं पाया।
पुलिस कार्रवाई
सिंगोली पुलिस ने शुरुआती जाँच के बाद आठ लोगों के ख़िलाफ़ हत्या, एट्रोसिटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मुख्य अभियुक्त महेन्द्र गुर्जर समेत चार लोगों को गिरफ़्तार किया है।
महेन्द्र गुर्जर की पत्नी बाणदा की सरपंच है। पुलिस ने उस ट्रक को भी ज़ब्त कर लिया है जिसमें बांधकर कान्हा को घसीटकर यातनाएँ दी गईं।
कमलनाथ ने आड़े हाथों लिया
घटना सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रदेश सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया।
एक ट्वीट करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि मध्य प्रदेश में यह सब आखिर क्या हो रहा है? नाथ ने ट् वीट में कहा, "अब नीमच ज़िले के सिंगोली में कन्हैयालाल भल नाम के आदिवासी व्यक्ति के साथ बर्बरता की बेहद अमानवीय घटना सामने आयी है। युवक को चोरी के शंका में बुरी तरह पीटने और एक वाहन में बांधकर निर्दयता से घटसा गया, जिससे उसकी मौत हो गई।"
नाथ ने अपने एक अन्य ट् वीट में कहा, "सतना, इंदौर, देवास और अब नीमच में अमानवीयता की घटनाएं। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है, लोग बेखौफ़ होकर क़ानून हाथ में ले रहे हैं, क़ानून का कोई डर नहीं , सरकार नाम की चीज कहीं भी नज़र नहीं आ रही है।"
राजभवन पर प्रदर्शन
इधर भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की अगुवाई में लोगों ने शनिवार शाम को राजभवन पर प्रदर्शन किया। इंदौर में मुसलिम चूड़ी वाले और देवास में टोस्ट बेचने वाले मुसलिम फेरीवाले की पिटाई समेत नीमच के इस मामले को भी उठाया गया। मसूद ने तीनों ही मामलों की जाँच सीबीआई से कराये जाने की माँग की।
मसूद ने 'सत्य हिन्दी' से कहा, "हम काफी पहले से सरकार को सचेत कर रहे हैं। धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाने वालों पर सख़्त कार्रवाई करें। क़ानून अपने हाथों में लेने वालों पर कोई एक्शन नहीं हुआ। उलटे सरकार ने जंगलराज स्थापित करने पर आमादा लोगों को संरक्षण दिया।"
क्या कहना है बीजेपी का?
नीमच की घटना को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, "पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। चार अभियुक्तों की गिरफ़्तारी भी हो गई है। अन्य अभियुक्तों की पुलिस तलाश कर रही है। पूरे घटनाक्रम की जाँच चल रही है। सरकार किसी भी अभियुक्त के साथ नहीं है। जो जैसा करेगा, वह वैसा भरेगा।"