- लोकसभा की 543 सीटों के लिए किस चरण में, कब और कितनी सीटों पर मतदान होंगे, यहाँ देखें।
- पहले चरण के लिए मतदान 11 अप्रैल को होगा और 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोट डाले जाएँगे।
दूसरे चरण में 18 अप्रलै को 13 राज्यों की 97 सीटों पर मतदान होंगे।
तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 115 सीटों पर मतदान होंगे। ये सीटें 14 राज्यों में हैं।
- बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में मतदान होंगे।
- जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की छह सीटें हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने सात सीटों पर चुनाव कराने का एलान कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इस चूक की ओर ध्यान खींचा है।
- यह साफ़ हो गया है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव वहाँ लोकसभा चुनावों के साथ नहीं होंगे। लेकिन, ओड़ीशा में लोकसभा के साथ ही विधानसभा के चुनाव भी होंगे।
राजनीतिक दलों को मोदी की शुभकामनाएँ
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदान की तारीख़ों के एलान होने के बाद ट्वीट कर सभी राजनीतिक दलों के सभी लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने इसके साथ ही चुनाव आयोग और उसके अधिकारियों को भी अपनी शुभेच्छाएँ दी हैं।
किस चरण में कितने राज्य
- पहला चरण : 91 सीट 20 राज्य
- दूसरा चरण : 97 सीट 13 राज्य
- तीसरा चरण : 115 सीट 14 राज्य
- चौथा चरण : 71 सीट 9 राज्य
- पाँचवा चरण : 51 सीट 7 राज्य
- छठा चरण : 59 सीट 7 राज्य
- सातवाँ चरण : 59 सीट 8 राज्य
किस चरण में कितनी सीटें
- पहला चरण : 91 सीटें
- दूसरा चरण : 97 सीटें
- तीसरा चरण : 115 सीटें
- चौथा चरण : 71 सीटें
- पाँचवा चरण : 51 सीटें
- छठा चरण : 59 सीटें
- साँतवा चरण: 59 सीटें
- कब-कब होंगे मतदान
- मतदान का पहला चरण 11 अप्रैल को
- मतदान का दूसरा चरण 18 अप्रैल को
- तीसरा चरण 23 अप्रैल को
- चौथा चरण 29 अप्रैल को
- पाँचवा चरण 6 मई को
- छठा चरण 12 मई को
- सातवाँ चरण 19 मई को
- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि मतदान सात चरणों में होेंगे। मतों की गिनती एक दिन 23 मई को होगी।
इस बार के लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
- अभी से ही चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई।
- मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना है कि हर बूथ पर वीवीपैट यानी वोटर वेरीफ़ायबल पेपर ऑडिट ट्रेल का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मशीन से ज़रूरत पड़ने पर वोट का प्रिंट आउट निकाला जा सकता है।
- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने साफ़ किया कि मतदान के लिए पहले से तय 11 पहचान पत्रों में से किसी एक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। वह अगले कुछ मिनटों में चुनाव कार्यक्रम का एलान करेंगे और मतदान की तारीखें बताएँगे। अरोड़ा ने कहा कि आयोग ने बहुत पहले ही चुनावों की तैयारियाँ शुरू कर दी थीं। सरकार के अलग-अलग विभागों से बात की गई। सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों से कहा गया कि वे तैयारियाँ शुरु कर दें। इसके तहत ज़िला प्रशासनों से कहा गया कि वे अपने स्तर पर चुनाव की तैयारी में समय रहते लग जाएँ।
अरोड़ा ने कहा कि चुनाव की तारीखें तय करते समय बोर्ड परीक्षाओं, त्योहारों और फ़सल तैयार होने के समय का भी ख्याल रखा गया। उन्होंने यह साफ़ किया कि मतदान के लिए पहले से तय 11 पहचान पत्रों में से किसी एक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
2014 के लोकसभा चुनाव बीजेपी को 31.3%, कांग्रेस को 19.5% और अन्य को अन्य 49.2% फ़ीसदी वोट मिले थे।
सीटों पर नज़र डालें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 336, यूपीए को 60 और अन्य को 147 सीटें मिली थीं।
2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को 38.5%, यूपीए गठबंधन को 23.4% और अन्य को 38.1% फ़ीसदी वोट मिले थे।
लोकसभा में अभी बीजेपी के 269, कांग्रेस के 45 और अन्य दलों के 209 सांसद हैं, जबकि 22 सीटें खाली हैं।